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Basant Panchami: ऐसे करें बसंत पंचमी पर कामदेव की पूजा, मिलेगा अनंत यौवन और शक्ति का वरदान

Basant Panchami: पंचांग के अनुसार इस बार बसंत पंचमी 26 जनवरी 2023 को आ रही है। इस दिन गुरुवार भी रहेगा और गुप्त नवरात्रि भी चल रहे हैं। ऐसे में बसंत पंचमी का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि इस दिन कामदेव की पूजा की जाए तो चिरयौवन तथा […]

Basant Panchami: पंचांग के अनुसार इस बार बसंत पंचमी 26 जनवरी 2023 को आ रही है। इस दिन गुरुवार भी रहेगा और गुप्त नवरात्रि भी चल रहे हैं। ऐसे में बसंत पंचमी का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि इस दिन कामदेव की पूजा की जाए तो चिरयौवन तथा शक्ति का वरदान पाया जा सकता है। आचार्य अनुपम जौली के अनुसार शास्त्रों में कामदेव को बसंत ऋतु का देवता माना गया है। यही कारण है जब भगवान शिव तप में लीन थे तो उनका तप भंग करने के लिए कामदेव का आह्वान किया गया था। कामदेव की आराधना से व्यक्ति अनंत सौंदर्य और शारीरिक शक्ति पा सकते हैं। जानिए कैसे इस दिन कामदेव की पूजा करनी चाहिए। यह भी पढ़ें: Shani Gochar: 31 जनवरी को अस्त होगा शनि, इन 4 राशियों की डूब जाएगी नाव

क्या है बसंत पंचमी पर पूजा का मुहूर्त (Basant Panchami Puja Muhurat)

इस बार बसंत पंचमी 25 जनवरी 2023 को दोपहर 12.34 बजे आरंभ होगी। इसका समापन 26 जनवरी 2023 को सुबह 10.28 बजे होगा। बसंत पंचमी पर सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शिव योग तथा सिद्ध योग बन रहे हैं। इन मुहूर्तों में कभी भी पूजा की जा सकती है।

बसंत पचंमी पर ऐसे करें कामदेव की पूजा (Kamdev Puja Vidhi)

पौराणिक धारणाओं के अनुसार बसंत पंचमी पर मां सरस्वती के साथ कामदेव और उनकी पत्नी रति की भी पूजा की जाती है। यदि किसी का विवाह नहीं हो रहा है अथवा मैरिड लाइफ में दिक्कतें आ रही हैं तो उसे इस दिन कामदेव और रति की पूजा करनी चाहिए। यह पूजा बहुत ही आसान है और आप अपने घर पर भी इसे कर सकते हैं। यह भी पढ़ें: इस बार बसंत पंचमी पर बनें ये 4 अत्यन्त शुभ योग, हर कार्य में दिलाएंगे सफलता कामदेव की पूजा विधि जानने के लिए यहां क्लिक करें। सुबह जल्दी स्नान से निवृत्त होकर सबसे पहले गणपति की पूजा करें। इसके बाद भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करें। वे जगत गुरु हैं, उन्हीं के आशीर्वाद से प्रत्येक साधना सफल होती है। इसके बाद कामदेव और रति की प्रतिमा अथवा चित्र की पूजा करें। उन्हें पीले पुष्प, गुलाबों की माला, पान, सुपारी, पीला चंदन, धूप, देसी घी का दीपक आदि अर्पित करें। देवी रति को 16 श्रृंगार की सामग्री अर्पित करें। इस तरह पूजा पूर्ण करने के बाद कामदेव गायत्री मंत्र का जप करें।

कामदेव के इन मंत्रों का करें जप (Kamdev Puja Mantra)

इस प्रकार कामदेव और रति की पूजा करने के बाद निम्न मंत्रों में से किसी भी एक मंत्र का कम से कम 11 माला (1100 बार) जप करें। मंत्र इस प्रकार हैं
  • ॐ कामदेवाय विद्महे, रति प्रियायै धीमहि, तन्नो अनंग प्रचोदयात्
  • ॐ नमो भगवते कामदेवाय यस्य यस्य दृश्यो भवामि यस्य यस्य मम मुखं पश्यति तं तं मोहयतु स्वाहा
यह भी पढ़ें: Tone Totke: लाल किताब के इन उपायों को करते ही रातोंरात बदलेगी किस्मत, जानिए कैसे करना है इस प्रकार Basant Panchami पर इन मंत्रों का 1100 बार जप करने के बाद आप कामदेव से अनंत युवावस्था तथा चिर यौवन शक्ति देने की प्रार्थना करें। इसके बाद अपनी सामर्थ्य के अनुसार गरीबों को भोजन, वस्त्र आदि प्रदान करें। इस तरह यह पूजा पूर्ण होती है। डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।


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