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कौन थे भाबेश चंद्र रॉय? हिंदू नेता…जिनकी निर्मम हत्या पर बांग्लादेश में मचा बवाल

Who Was Bhabesh Chandra Roy: बांग्लादेश में हिंदू नेता भाबेश चंद्र रॉय की निर्मम हत्या कर दी गई। इस हत्या पर भारत सरकार ने बांग्लादेश को खरी-खोटी सुनाई है। आइए जानते हैं भाबेश चंद्र रॉय कौन थे...

भाबेश चंद्र रॉय
Who Was Bhabesh Chandra Roy: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ लगातार हिंसा बढ़ती जा रही है। इस हिंसा के बीच हिंदू नेता भाबेश चंद्र रॉय की निर्मम हत्या कर दी गई। उन्हें घर से अगवा किया गया, फिर पीट-पीटकर मार डाला गया। भारत ने इस घटना की निंदा की है। साथ ही वहां की अंतरिम सरकार को नसीहत भी दी है। भारत ने कहा है कि बांग्लादेश बिना किसी बहाने या भेदभाव के अल्पसंख्यकों की रक्षा की जिम्मेदारी को पूरा करे। बांग्लादेश की सरकार ने ऐसी घटनाओं पर कोई कार्रवाई भी नहीं की है। आइए अब जानते हैं भाबेश चंद्र रॉय कौन थे?

कौन थे भाबेश चंद्र रॉय? 

भाबेश चंद्र रॉय बांग्लादेश में हिंदू चेहरा थे। वह पूजा उडजापान परिषद की बिराल इकाई के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। रॉय हिंदू समुदाय के प्रमुख नेता के तौर पर पहचाने जाते थे। उनकी छवि काफी अच्छी थी।

क्या है पूजा उडजापान परिषद? 

बता दें कि पूजा उडजापान परिषद का बंगाली में अर्थ पूजा उत्सव परिषद या त्योहार उत्सव परिषद होता है। ये उन संगठनों से संबंधित है, जो हिंदू त्योहारों, खासकर दुर्गा पूजा को धूमधाम से मनाने के लिए कार्यक्रमों का प्रबंध करते हैं। ये संगठन इन उत्सवों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय अपने त्योहारों को अच्छे से मना पाते हैं।

कैसे हुई भाबेश की मौत? 

भाबेश की पत्नी शांतना रॉय ने डेली स्टार को मामले के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भाबेश दोपहर में घर पर ही थे। अचानक उन्हें शाम 4:30 बजे के आसपास एक कॉल आया। जिससे आरोपियों को ये पता चला कि वह घर पर ही थे। करीब आधे घंटे बाद चार लोग बाइक पर आए और भाबेश को अगवा कर ले गए। उन्हें नाराबारी गांव ले जाया गया, जहां बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला। ये भी पढ़ें: इस महिला पत्रकार की परिवार सहित हुई मौत, इजरायल ने गिराया था बम हमलावरों ने उन्हें एक वैन में वापस घर भेज दिया। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से परिवार ने उन्हें एक हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां से दिनाजपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ये भी पढ़ें: ‘बिना किसी बहाने के…’, बांग्लादेश में हिंदू नेता के मामले में भारत ने अंतरिम सरकार को दी ये नसीहत


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