इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बीते दिन हमास गाजा प्रमुख मोहम्मद सिनवार को मार गिराने का दावा किया। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने बताया कि मोहम्मद सिनवार लंबे समय से इजरायल के निशाने पर था। 13 मई को एक हवाई हमले में सिनवार को मार गिराया गया है। हालांकि, मोहम्मद सिनवार की मौत को लेकर हमास की तरफ से कोई पुष्टि नहीं की गई है। आखिर मोहम्मद सिनवार कौन है? जिसकी मौत पर इजरायल जीत की तरफ जश्न मना रहा है। मोहम्मद सिनवार की मौत से हमास पर क्या असर पड़ेगा?
कौन है हमास का 'घोस्ट' कमांडर?
जानकारी के अनुसार, सिनवार ने 2023 में इजरायल पर हमले की योजना बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। मोहम्मद सिनवार को हमास का मयावी 'घोस्ट' कमांडर भी कहा जाता है। मोहम्मद सिनवार को 'घोस्ट' कमांडर का नाम हमास अधिकारियों ने दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि सिनवार ने सालों तक इजरायल की खुफिया एजेंसियों को चकमा दिया था। इजरायल की तरफ से कई बार सिनवार को हवाई हमलों, धमाकों और डायरेक्ट जान से मारने की कोशिश की गई है। लेकिन वह हमेशा इजरायल के वार से बच निकला। बताया जाता है कि एक बार कब्रिस्तान की यात्रा के दौरान उसके रास्ते में ईंट के नीचे छिपा हुआ बम मिला था। इसके अलावा, साल 2003 में भी उसे मारने की कोशिश की गई।
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मास्टरमाइंड मोहम्मद सिनवार
माना जाता है कि साल 2006 में इजरायली सैनिक गिलाद शालिट के अपहरण के पीछे के मास्टरमाइंड भी मोहम्मद सिनवार ही थे, जिनकी रिहाई के बदले 1,000 से अधिक फिलिस्तीनियों को इजरायल की कैद से बाहर निकाला गया, जिसमें मोहम्मद सिनवार के भाई याह्या सिनवार भी शामिल थे।
सिनवार का जन्म और पढ़ाई
जानकारी के अनुसार, मोहम्मद सिनवार का जन्म 16 सितंबर 1975 को हुआ। बताया जाता है कि मोहम्मद सिनवार के परिवार को भी कई फिलिस्तीनियों की तरह साल 1948 के अरब-इज़रायली युद्ध के दौरान अश्कलोन (असकलान) से भागकर गाजा के खान यूनिस में बसना पड़ा। संयुक्त राष्ट्र की तरफ से चलाए जा रहे स्कूलों से सिनवार ने पढ़ाई की।
ऐसे हुए हमास में शामिल
इसके बाद मुस्लिम ब्रदरहुड के पूर्व सदस्य याह्या से प्रेरित होकर सिनवार हमास में शामिल हुआ। सिनवार अपने सख्त रुख और नेतृत्व की वजह से हमास की सबसे शक्तिशाली सैन्य यूनिट खान यूनिस ब्रिगेड में शामिल हुए और समूह को आगे बढ़ने में मदद की। उन्होंने ब्रिगेड के रॉकेट हमलों, सीमा पार छापे और इजरायली सेना की गतिविधियों की निगरानी की। कहा जाता है कि हमास के कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ सिनवार ने खास संबंध बनाए, जिनमें दिवंगत मोहम्मद दीफ़ और मरवान इस्सा भी शामिल थे।