‘जवाब देना फिजूल है…’, वुमेंस डे पर डिप्लोमेट रूचिरा ने PAK को दिया करारा जवाब, बिलावल ने कश्मीर मुद्दा उठाया था
रुचिरा कंबोज।
Washington: विश्व महिला दिवस पर यूनाइटेड नेशन्स से हर भारतीय को गर्व से भर देने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में महिला, शांति और सुरक्षा पर बहस चल रही थी। तभी पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कश्मीर का मुद्दा उठाया।
जब भारत की बारी आई तो परमानेंट रिप्रेंजेटेटिव रूचिरा कंबोज ने उन्हें करारा जवाब दिया। कंबोज ने कहा कि पाकिस्तान का बयान राजनीति से प्रेरित और आधारहीन है। फिजूल बातें की है। हम उस पर जवाब देना भी फिजूल समझते हैं।
और पढ़िए - पीएम मोदी के नेतृत्व में पाक के उकसावे पर सैन्य बल का इस्तेमाल कर सकता है भारत, अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट में दावा
यूएन में खुद पहुंचे थे बिलावल
सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग के लिए हर देश अपना प्रतिनिधि यूएन में रखता है। लेकिन विदेश मंत्री बिलावट भुट्टो खुद पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने भारत में कई गंभीर आरोप लगाए। इसका जवाब भारतीय रिप्रेंजेटेटिव रुचिरा कंबोज ने अपने अंदाज में दिया।
यह भी पढ़ें: Toshakhana Case: इमरान खान को बड़ी राहत, इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने रद्द किया गिरफ्तारी वारंट
उन्होंने बिलावल भुट्टो का नाम लिए बगैर कहा कि मैं केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के बारे में पाकिस्तान के प्रतिनिधि द्वारा की गई तुच्छ, निराधार और राजनीति से प्रेरित टिप्पणी को खारिज करती हूं। महिला, शांति और सुरक्षा एजेंडे पर आज की चर्चा महत्वपूर्ण है। हम विषय का सम्मान करते हैं और समय के महत्व को भी जानते हैं।
पूरा इलाका भारत का, है और रहेगा
उन्होंने कहा कि भारत पहले भी पाकिस्तान को बता चुका है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का पूरा इलाका भारत का हिस्सा था, है और रहेगा।
भारत इस बात पर कायम रहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है, जबकि इस बात पर जोर देता है कि इस तरह के जुड़ाव के लिए आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद की है।
एयर स्ट्राइक के बाद से बिगड़े संबंध
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में फरवरी 2019 में एक आत्मघाती ने सीआरपीएफ के काफिले में बम विस्फोट कर दिया था। इसमें 40 जवान शहीद हो गए। इसके बाद भरत ने एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग शिविरों को नष्ट कर दिया था।
इसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच संबंध बिगड़ गए थे। वहीं, केंद्र सरकार ने 2019 में जम्मू-कश्मीर से धारा 377 खत्म कर दिया। साथ ही जम्मू और कश्मीर दो अलग-अलग राज्य बना दिए। इसके बाद दोनों देशों के बीच और तनाव बढ़ गया।
और पढ़िए - दुनिया से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world
on News24. Follow News24 and Download our - News24
Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google
News.