Video: 8000 फीट ऊंचाई, 30 सेकेंड में 2 मिसाइल अटैक और आग का गोला बना जहाज, मारे गए 176 लोग
यूक्रेन के यात्री विमान पर मिसाइल अटैक हुआ था और जहाज एक गांव के बाहर ग्राउंड में गिरा था।
Ukraine International Airlines Flight 752 Missile Attack: 8 हजार फीट की ऊंचाई, यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस की फ्लाइट और उस पर 30 सेकेंड के अंदर 2 मिसाइल अटैक, एक पल में जहाज आसमान में ही आग का गोला बन गया और उसमें सवार क्रू मेंबर्स समेत सभी 176 लोग मारे गए। इस मिसाइल अटैक का एक वीडियो भी सामाने आया, जिसमें यूक्रेन की पैसेंजर फ्लाइट पर मिसाइल हमले का सबूत है। इसमें साफ-साफ देखने को मिला कि ईरान में यूक्रेन के जहाज PS752 पर 2 मिसाइलें दागी गईं। न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइन्स (Ukraine International Airlines) का जहाज अपने सफर पर था, लेकिन ईरान की सेना ने उसे जानबूझकर टारगेट बनाया। जहाज में आग लग गई और वह नीचे आ गिरा। हमले का वीडियो बिदकानेह गांव में छत पर खड़े एक शख्स ने बनाया था, जो जहाज को कैप्चर कर रहा था कि अचानक हमला हो गया।
पहले तकनीकी खराबी का बहाना बनाया, फिर गलती स्वीकारी
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस की पैसेंजर फ्लाइट PS752 ने 8 जनवरी 2020 की सुबह करीब सवा 6 बजे इमाम खुमैनी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। जहाज 8,000 फीट (2,400 मीटर) की ऊंचाई पर ईरान के ऊपर से गुजर रहा था कि अचानक सतह से हवा में मार करने वाली 2 मिसाइलें जहाज से टकराईं। जोरदार ब्लास्ट हुआ और जहाज में आग लग गई। जहाज आग की लपटों से घिरा था और लैंडिंग करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन क्रैश होकर नीचे गिर गया। जहाज का मलबा लगभग 1500 फीट (450 मीटर) एरिया में बिखरा था। जहाज में सवार कोई शख्स जिंदा नहीं बचा। शुरुआत में ईरान ने दावा किया कि हादसे का कारण बोइंग 737-800 में तकनीकी खराबी होना है, लेकिन वीडियो सामने आने के बाद साबित हुआ कि ईरान ने जहाज पर मिसाइलें दागी थीं। 11 जनवरी को स्वीकार भी कर लिया गया कि मिसाइल अटैक किया गया, क्योंकि सेना ने जहाज को अमेरिकी क्रूज़ मिसाइल समझ लिया था।
राष्ट्रपति ने ट्वीट करके माफी मांगी, मानवीय गलती बताया
रिपोर्ट के अनुसार, फ़्लाइट में ईरान के 82, कनाडा के 13 और यूक्रेन के 11 नागरिक थे, यानी हमले में ईरान में अपने 82 नागरिक खोए। पहले अपनी सेना की गलती छिपाने के लिए ईरान के उस समय के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने तकनीकी खामी का दावा किया, लेकिन विडियो सामने आने के बाद उन्होंने अपनी सेना की गलती को मानवीय भूल करार दिया और हादसे पर खेद जताया। उन्होंने कहा कि पैसेंजर फ्लाइट पर इस तरह हमला करना निंदनीय है। जिसने भी यह गलती की, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। माफ नहीं किया जाएगा। 176 बेगुनाह मारे गए। कहां और कैसे ग़लती हुई, इसकी जांच की जाएगी। इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान इस त्रासदी पर खेद जताता है। पीड़ित परिवारों के साथ मेरी और ईरान की संवेदना है। मानवीय भूल के लिए हम माफी मांगते हैं। वहीं इस हमले के बाद अमेरिका ने ईरान और इराक के हवाई एरिया पर प्रतिबंध लगा दिया। श्रीलंका, तुर्की, भारत, फ्रांस समेत कई देशों ने ईरान-इराक के हवाई एरिया का बहिष्कार किया।
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