पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब देने के लिए भारत ने मंगलवार आधी रात करीब 2 बजे पाकिस्तान और PoK में एयर स्ट्राइक की। इसमें 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत के हमले के बाद, पाकिस्तान पूरी तरह से झूठी खबरें फैलाने की कोशिश कर रहा है। इसके साथ-साथ पुरानी तस्वीरों का उपयोग करके झूठी खबरें फैलाना, पुराने वीडियो को गलत तरीके से दिखाना और मनगढ़ंत दावे करना आदि सब कर रहा है।
आपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान फैला रहा झूठी खबरें
एएनआई के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार, यह लगातार झूठ और डिजिटल के साथ ध्यान भटकाने का एक हताश प्रयास कर रहा है। आतंकी साइट्स को निशाना बनाकर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए केंद्रित और प्रभावी सैन्य अभियान के जवाब में, पाकिस्तान समर्थक सोशल मीडिया हैंडल और यहां तक कि प्रभावी राजनीतिक हस्तियां जानबूझकर फर्जी खबरें फैला रही हैं।
पुरानी तस्वीरें और पुराने वीडियो
बता दें कि सैन्य जीत और वीरतापूर्ण जवाबी कार्रवाई की कहानियां गढ़ रही हैं, जो वास्तव में मौजूद नहीं हैं। कहानी को हाईजैक करने और जमीन से ध्यान हटाने के एक जबरदस्त प्रयास में, पाकिस्तान के राज्य-संबद्ध ने अपनी रणनीति अपनाई है। इसके साथ-साथ पुरानी तस्वीरों का उपयोग करके झूठी खबरें फैलाना, पुराने वीडियो को गलत तरीके से दिखाना और मनगढ़ंत दावे करना आदि सब कर रहा है। सोशल मीडिया पर झूठा दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान ने भारतीय ब्रिगेड मुख्यालय को नष्ट कर दिया है। यह तस्वीर भारतीय वायु सेना (IAF) के मिग-29 लड़ाकू जेट से जुड़ी एक पुरानी घटना की है, जो सितंबर 2024 में राजस्थान के बाड़मेर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।
पाकिस्तान सेना ने राफेल जेट को मार गिराया-झूठा दावा
सबसे प्रमुख उदाहरणों मे से एक वायरल इमेज है, जिसमें झूठा दावा किया गया है कि पाकिस्तान सेना ने बहावलपुर के पास एक भारतीय राफेल जेट को मार गिराया था। हालाँकि, इस इमेज को PIB फैक्ट चेक द्वारा खारिज कर दिया गया था, जिसने पुष्टि की कि यह वास्तव में 2021 में पंजाब के मोगा में हुए मिग-21 क्रैश से थी, जो वर्तमान घटनाओं से पूरी तरह से असंबंधित है।
भारतीय सेना ने किया आत्मसमर्पण
बता दें कि झूठी खबरों में से एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें झूठा दावा किया गया कि भारतीय सेना ने सफेद झंडा फहराया और चोरा पोस्ट पर आत्मसमर्पण कर दिया। बता दें कि इस मनगढ़ंत कहानी को पाकिस्तान के मंत्री अताउल्लाह तरार ने बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया, जिन्होंने बिना किसी सबूत के सार्वजनिक रूप से दावे का समर्थन किया। पाकिस्तान का लक्ष्य यह है कि ये सब झूठी खबरें फैलाकर जनता को गुमराह करना।
पाकिस्तान वायु सेना ने श्रीनगर एयरबेस को निशाना बनाया
बता दें कि एक अनरिलेटेड फुटेज को युद्ध के सबूत के रूप में पेश किया गया। एक अन्य पोस्ट में एक वीडियो इस दावे के साथ फैलाया गया है कि पाकिस्तान वायु सेना ने श्रीनगर एयरबेस को निशाना बनाया। केंद्र सरकार की एक तथ्य-जांच इकाई ने सोशल मीडिया पर फैलाने का दावा किया है। वास्तव में, इस फुटेज का पता पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में 2024 की शुरुआत में हुए सेक्टेरियन क्लेसेज से लगाया गया था।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सोशल मीडिया पोस्ट पर पाकिस्तान स्थित हैंडल अमृतसर में सैन्य अड्डे पर हमले का झूठा आरोप लगाते हुए पुराने वीडियो फैला रहे हैं। यह वीडियो 2024 में लगी जंगल की आग का है।