हथियार छोड़ खेती करेगी पाकिस्तानी आर्मी, कंगाल देश का गरीबी से हुआ बुरा हाल
Pakistani army has decided that we will do farming: पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को लेकर अभी हाल में ही विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में वर्ल्ड बैंक ने कहा था कि वर्तमान समय में पाकिस्तान में 9 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी की मार झेल रहे हैं। साथ ही गरीबी का आंकड़ा 34 फीसदी से बढ़कर 39 फीसदी हो गया है। ऐसे में पाकिस्तान को गरीबी से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है। इसी के बीच अब पाकिस्तान से खबर सामने आई है कि यहां की सेना देश में बढ़ रही भुखमरी को मिटाने के लिए फसल उगाएगी। टाइम्स ऑफ इंडिया ने निक्केई एशिया (जापान की मैगजीन) के हवाले से बताया कि पाकिस्तान की सेना चार लाख हेक्टेयर सरकारी जमीन पर खेती करेगी, ताकि जो लोग भुखमरी से जूझ रहे हैं, उन्हें खाना दिया जा सके।
पाक सेना चार लाख हेक्टेयर जमीन का करेगी अधिग्रहण
एक साल पहले संयुक्त नागरिक-सैन्य निवेश बॉडी ने पाकिस्तान की खाद्य सुरक्षा को लेकर प्लान लॉन्च किया था, जिससे की फसल की पैदावार में इजाफा किया जा सके। अब इस योजाना को अमलीजामा पहनाने के लिए पाक की सेना पंजाब प्रांत की दस लाख एकड़ यानी चार लाख हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करेगी। प्लान को लॉन्च करने वाले अधिकारियों को कहना है कि इसके जरिए अच्छी फसल तैयार की जाएगी, साथ ही इससे पानी की बचत भी होगी।
फसल से होने वाला मुनाफा सेना और राज्य सरकार के बीच होगा विभाजित
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की सेना को फल, गेहूं, कॉटन और गन्ने की खेती के लिए 30 साल की लीज पर जमीन दी जाएगी। वहीं, फसल बेचने से होने वाले मुनाफा का लगभग 20 फीसदी कृषि अनुसंधान और विकास के लिए रखा जाएगा। निक्केई एशिया ने सरकारी दस्तावेजों का हवाला देते हुए बताया कि फसल की पैदावार से होने वाला मुनाफा सेना और राज्य सरकार के बीच समान रूप से विभाजित किया जाएगा। हालांकि, आर्मी के इस प्लान की पाकिस्तान के कई लोग आलोचना कर रहे हैं। उनका तर्क है कि पहले से ही सेना पावरफुल है और इससे वो बड़े पैमाने पर लाभ उठा सकती है। जिससे पाकिस्तान के गरीब लोगों की खाद्य सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world
on News24. Follow News24 and Download our - News24
Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google
News.