नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में चीन को शांति पसंद और नेचर से जुड़ा देश बताया था। अब इस बयान पर राहुल गांधी का रुख बदल गया है। लंदन में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के इंडिया इनसाइट्स कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा- भारत को चीन से सतर्क रहने की जरूरत है। वह बॉर्डर पर काफी एक्टिव और एग्रेसिव है। राहुल गांधी सात दिन के ब्रिटेन दौरे पर हैं। उन्होंने इंडिया इनसाइट्स के तहत चर्चा करते हुए एक बार फिर मोदी सरकार की आलोचना की। राहुल ने कहा- देश का अपमान मैं नहीं, बल्कि खुद पीएम मोदी करते हैं। पिछली बार प्रधानमंत्री ने विदेश जाकर घोषणा की थी कि आजादी के 70 साल में कुछ भी नहीं हुआ। उन्होंने कहा था कि हमने एक दशक खो दिया है, भारत में बेहिसाब भ्रष्टाचार है। पीएम मोदी खुद देश का अपमान करते हैं, लेकिन मैंने ऐसा कभी नहीं कहा। जब वे कहते हैं कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ, तो क्या यह हर भारतीय का अपमान नहीं है?
बताया 21वीं सदी के लिए कांग्रेस सरकार का फोकस
राहुल गांधी ने ये भी कहा कि जो लोग प्रधानमंत्री मोदी या बीजेपी की सरकार पर सवाल उठाते हैं, उन पर हमला किया जाता है। BBC के साथ भी यही किया गया। इस इंटरेक्शन के दौरान कांग्रेस सरकार के लक्ष्य पर बात की। उन्होंने कहा- एक वैकल्पिक मॉडल जो नौकरियां पैदा करता है और असमानता से निपटता है, तकनीक के माध्यम से कृषि का आधुनिकीकरण और एक शिक्षा नीति
जो बच्चे की कल्पना को जगाती है, ये 21 वीं सदी के भारत के लिए कांग्रेस सरकार का फोकस है। वहीं इससे पहले राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज में कहा था कि भारतीय लोकतंत्र एक 'लोकहित' है। लोकतांत्रिक स्थान पर रहने वाले कम से कम 50% लोग भारत में रहते हैं। इसलिए भारतीय लोकतंत्र को संरक्षित करने का अर्थ है लोकतांत्रिक ढांचे की रक्षा करना।
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कांग्रेस पार्टी की चीन को लेकर पॉलिसी एकदम साफ
राहुल गांधी ने कहा- कांग्रेस पार्टी की चीन को लेकर पॉलिसी एकदम साफ है। हमें ये मंजूर नहीं कि कोई भी हमारे देश की जमीन में अवैध रूप से घुसकर आक्रामकता दिखाए। चीन हमारी जमीन पर घुसा और हमारे सैनिकों को मार दिया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसको मानने से इनकार करते रहे हैं। राहुल गांधी ने ये भी कहा कि हमें चीन की तरफ से दी जाने वाली धमकी को वक्त रहते समझना चाहिए। साथ ही इसे लेकर अपनी प्रतिक्रिया भी देनी चाहिए। मैंने इस मामले को लेकर विदेश मंत्री एस.जयशंकर से भी बातचीत की, लेकिन चीन की धमकी को लेकर वह मेरी बात को समझना नहीं चाहते।
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राहुल गांधी का पीएम कैंडिडेट होना चर्चा का विषय नहीं
राहुल गांधी से जब यह पूछा गया कि क्या वे अगले पीएम उम्मीदवार होंगे, इस पर राहुल गांधी ने कहा- मेरा पीएम उम्मीदवार होना चर्चा का विषय नहीं है। विपक्ष का फोकस इस बात पर है कि भाजपा और आरएसएस को हराना है। राहुल ने आगे कहा- भारत में हम भाजपा और आरएसएस के खिलाफ लड़ रहे हैं। दोनों ने देश में सभी सरकारी संस्थाओं पर कब्जा कर रखा है।
एक आदमी सभी समस्याओं को हल करता है, ये आइडिया सतही है
राहुल गांधी ने कहा- एक आदमी सभी समस्याओं को हल करता है, ये आइडिया ही सतही है। समस्याओं को हल करने के लिए हितधारकों और सरकार के बीच बातचीत जरूरी है। मैं ऊपर से नीचे तक एक व्यक्ति वाली नरेंद्र मोदी-शैली को सही नहीं समझता, जो चीजों को ठीक करने के लिए जादू की छड़ी लेकर इधर-उधर भागता रहता है। राहुल ने ये भी कहा कि अमेरिका सहित दुनिया के लोकतांत्रिक देश यह देखने में विफल रहे कि भारत का लोकतंत्र खतरे में है।
प्रवासियों को संबोधित करेंगे राहुल गांधी
राहुल गांधी कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में बिग डेटा एंड डेमोक्रेसी के अलावा भारत-चीन संबंधों पर भी क्लोज्ड रूम सेशन में भी हिस्सा लेंगे। इसके साथ वे आईओसी के यूके चैप्टर के तहत प्रवासी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।वह एक पार्लियामेंट इवेंट और यूके चैथम हाउस के प्रीमियर थिंक टैंक इवेंट को भी संबोधित करेंगे। राहुल 7 मार्च को भारत लौटेंगे।
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