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चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी के बीच क्या हुई बातचीत? जानें 5 बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच SCO समिट के दौरान अहम बैठक हुई, जिसकी चर्चा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही है। बैठक में पीएम मोदी ने सीमा पर शांति, कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली और भारत-चीन के बीच डायरेक्ट फ्लाइट शुरू होने जैसे मुद्दों को उठाया। उन्होंने SCO समिट के सफल आयोजन और चीन के भव्य स्वागत के लिए भी राष्ट्रपति शी को बधाई दी।

पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हुई है। इस मुलाकात पर न सिर्फ भारत-चीन की नजर है, बल्कि इसकी चर्चा दुनिया भर में हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के सामने कई बड़ी बातें रखी हैं। इसमें कैलाश मानसरोवर यात्रा, सीमा पर शांति, डायरेक्ट फ्लाइट समेत कई मुद्दों का ज़िक्र किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में चीन को SCO समिट का आयोजन करने और भव्य स्वागत के लिए बधाई दी और कहा कि पिछले साल हमारी बहुत ही सार्थक चर्चा हुई थी, जिससे हमारे संबंधों को सकारात्मक दिशा मिली है। सीमा पर शांति और स्थिरता का माहौल बना हुआ है।

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पीएम मोदी ने कहा कि सीमा प्रबंधन को लेकर हमारे विशेष प्रतिनिधियों के बीच एक समझौता हुआ है। कैलाश मानसरोवर यात्रा पुनः शुरू कर दी गई है। दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें भी पुनः शुरू की जा रही हैं। हमारे सहयोग से दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के हित जुड़े हुए हैं। इससे संपूर्ण मानवता के कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त होगा। हम आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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वहीं शी जिनपिंग ने कहा कि कजान में हुई हमारी बैठक सफल रही है, मौजूदा हालात को देखकर दोनों देशों का साथ आना जरूरी है। शी जिनपिंग ने कहा, 'मैं एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए चीन में आपका स्वागत करता हूं। पिछले साल कजान में हमारी बैठक सफल रही थी।" उन्होंने कहा कि चीन और भारत दो प्राचीन सभ्यताएं हैं। हम दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं और हम वैश्विक दक्षिण के महत्वपूर्ण सदस्य भी हैं।" चीन-भारत राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ पर जिनपिंग ने कहा कि दोनों देशों को अपने संबंधों को रणनीतिक और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से संभालने की आवश्यकता है।


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