TrendingPollutionLionel MessiGoa

---विज्ञापन---

‘अगर भारत रुकता है तो हम भी रुक…’, भारतीय सेना के तेवर देख घुटनों पर आया पाकिस्तान, विदेश मंत्री ने दिए संकेत

भारत के तेवर देख पाकिस्तान घुटनों पर आ गया है। पाकिस्तान के टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि वे कभी भी युद्ध नहीं चाहते हैं। अगर भारत रुकता है तो हम भी रुक जाएंगे।

India Pakistan tension foreign minister ishaq dar
भारत और पाकिस्तान में तनाव के बीच सुलह की कोशिशें तेज हो गई है। शनिवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने भारत के रुख नरम करने पर पाकिस्तान के भी नरमी बरतने की बात कही है। वहीं रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने परमाणु कमांड की बैठक स्थगित होने की जानकारी दी है। पाकिस्तान की ओर से ये फैसले ऐसे समय में लिए गए हैं जब चीन और अमेरिका दोनों देशों को लगातार संयम बरतने के लिए कह रहे हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत को अब आक्रामकता से रुक जाना चाहिए। अगर भारत रुकता है तो हम भी रुक जाएंगे। हम युद्ध के पक्ष में नहीं है। हम बेवजह का विनाश और बर्बादी नहीं चाहते हैं। डार ने दावा करते हुए कहा कि हमने सिर्फ रक्षात्मक कदम उठाए हैं। ऐसे में भारत के रुकने से चीजें ठीक हो सकती हैं क्योंकि फिर पाकिस्तान की ओर से हमला नहीं होगा। इशाक डार ने ये बातें जियो न्यूज को दिए इंटरव्यू में कही।

परमाणु कमांड की बैठक टली

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए परमाणु कमांड की बैठक को टाल दिया। यह कमेटी पाकिस्तान के परमाणु हथियारों का प्रबंधन करता है। पाक मीडिया ने दावा किया था कि शहबाज शरीफ ने परमाणु कमांड की बैठक बुलाई है। रक्षा मंत्री के अलावा अहसान इकबाल ने भी भारत से तनाव घटाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि भारत बातचीत की ओर बढ़ते हुए तनाव कम करने का काम करेगा। दुनिया दो परमाणु ताकतों के बीच युद्ध नहीं चाहती है। ये भी पढ़ेंः Operation Sindoor में मारे गए 5 आतंकियों की पहचान रिवील, एक को पाक सेना ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर

जी7 देशों ने जताई चिंता

बता दें कि पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। यहां तक कि पाकिस्तान ने शनिवार को फतह मिसाइल से भारत पर हमला किया लेकिन सेना ने उसको नेस्तनाबुद कर दिया। उधर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारतीय समकक्ष एस. जयशंकर और पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर को फोन कर शांति के लिए तरीके खोजने को कहा है। अमेरिका के अलावा जी7 देशों ने भी भारत-पाकिस्तान के संघर्ष पर चिंता जाहिर की। दोनों देशों को बातचीत के रास्ते समस्याओं को सुलझाने की बात कही है। ये भी पढ़ेंः पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति कैसी है, युद्ध के बीच क्या दिवालिया हो जाएगा पड़ोसी मुल्क?


Topics:

---विज्ञापन---