नेपाल में जमकर बवाल हो रहा है। काठमांडू में राजशाही और हिंदू राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग को लेकर सुरक्षाकर्मियों और राजशाही समर्थक कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई है। प्रदर्शनकारी उग्र हो चुके हैं, सड़कों पर ईंट और पत्थर बिखरे हुए हैं। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और फायरिंग भी की है। स्थिति को देखते हुए कई क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है, काठमांडू एयरपोर्ट को सुरक्षाकारणों से बंद कर दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए नेपाल पीएम ने आज शाम 7 बजे आपात बैठक बुलाई है।
एयरपोर्ट के पास हिंसा
सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि सड़क पर पत्थर ही पत्थर पड़े हुए हैं। प्रदर्शनकारी लगातार पत्थरबाजी कर रहे हैं। इतना ही नहीं, एक अन्य वीडियो में आगजनी भी देखी जा सकती है। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, काठमांडू में एयरपोर्ट के पास राजशाही समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई।.
कैसे शुरू हुई हिंसा?
बताया जा रहा है कि हिंसा की शुरुआत तब हुई, जब प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा घेरा तोड़ने की कोशिश की और पत्थर फेंकने लगे। सुरक्षाबलों ने उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस दागे और रबड़ बुलेट का इस्तेमाल किया। इसके बाद प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और उन्होंने बिजनेस कॉम्प्लेक्स, शॉपिंग मॉल, पार्टी के मुख्यालय और मीडिया हाउस में आग लगा दी।
कई क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू
प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने कई राउंड आंसू गैस और रबर की गोलियां चलाईं। वाहनों और एक घर में आग लगा दी गई। वहीं, टिंकुने, सिनामंगल और कोटेश्वर इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। रिपोर्ट्स की मानें तो अब तक इस प्रदर्शन में 12 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जबकि एक प्रदर्शनकारी की मौत हुई है।