Twitter : ट्विटर सीईओ एलन मस्क ने जब से ट्विटर की कमान संभाली है तब से वह सुर्खियों में बने हुए है। जिसकी प्रमुख वजह है उनका आए दिन ट्विटर की पॉलिसी में बदलाव करना और जाने माने राजनेताओं और पत्रकारों के ट्विटर अकाउंट निलंबित करना।
वहीं एलन मस्क ने यह कहते हुए सबको चौंका दिया कि अमेरिकी सरकार ने उन्हें 2 लाख 50 हजार ट्विटर खातों को निलंबन करने की मांग की थी। रिपोर्ट के अनुसार पत्रकार मैटी टेबी ने अमेरिकी सरकार के ट्विटर पर बढ़ते दबाव का खुलासा किया है जिससे ट्विटर पर रूसी दबाव को कम किया जा सकें और अमेरिकी कांग्रेस के साथ मिलकर काम किया जा सके। टैबी की माने तो ट्विटर ने लगभग 250000 को अकाउंट को अमेरिकी दबाव के चलते बंद कर दिया था। ये अकाउंट कुछ पत्रकारों और कनाडाई अधिकारियों के थे।
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टैबी ने किया खुलासा
टैबी ने बताया कि अमेरिकी विदेश विभाग की खुफिया एजेंसी ग्लोबल एंगेजमेंट सेंटर ने संदिग्ध खातों की एक सूची को मीडिया में किया गया। कहा गया कि ये खाते रूसी लोगों के हैं या प्रॉक्सी खाते थे। टैबी के अनुसार, इन अकाउंट का वर्णन कोरोना वायरस को एक इंजीनियर जैव हथियार के रूप में वर्णित करना, वुहान संस्थान में किए गए शोध और श्वायरस की उपस्थिति के लिए सीआईए को जिम्मेदार ठहराने जैसे मानदंडों के आधार पर किया गया था।
टैबी ने बताया ग्लोबल एंगेजमेंट सेंटर की रिपोर्ट में दो या इससे अधिक चीनी राजनयिकों के खातों को फॉलो करने वाले और ढाई लाख खातों की सूची थी। टैबी ने ट्विटर फाइल्स के खुलासों के तहत कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को सोशल मीडिया कंपनी के कर्मचारियों के दबाव के बाद डी.प्लेटफॉर्म किया गया था।
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