Los Angeles Protest: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लॉस एंजेलिस के हालातों पर एक बार फिर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि मुझे लॉस एंजिल्स को बचाने में मदद करने पर बहुत गर्व है। हमने जो किया, वह नहीं किया होता तो लॉस एंजेलिस अबतक जलकर राख हो गया होता और हिंसा-प्रदर्शन खत्म नहीं होती। कट्टरपंथी और वामपंथी पागल हैं, जिनसे आप निपट रहे हैं। वे सख्त और चतुर हैं। उनमें से कई को शायद वेतन भी मिलता है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के सैन्य कर्मियों को मध्य पूर्व के कुछ देशों से बाहर निकाला जा रहा है, क्योंकि वहां रहना उनके लिए खतरनाक हो सकता है। सरकार देखेगी कि क्या हो सकता है? सैन्य कर्मियों को बाहर निकलने का नोटिस दे दिया है। मध्य पूर्व के देशों के बाद परमाणु हथियार नहीं हो सकते। उन्हें परमाणु हथियार रखने की अनुमति दी ही नहीं जाएगी। इससे पहले लॉस एंजेलिस में हिंसा को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 'विदेशी आक्रमण' करार दिया।
ट्रंप ने बीते दिन भी दिया था बयान
लॉस एंजेलिस के हालातों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने बीते दिन भी एक बयान दिया था। राष्ट्रपति ट्रंप अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक कार्यक्रम में शिरकत करने उत्तरी कैरोलिना के फोर्ट ब्रैग में पहुंचे थे। कार्यक्रम में अपने भाषण में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि लॉस एंजेलिस में 2000 से ज्यादा नेशनल गार्ड्स तैनात कर दिए गए हैं। अमेरिका में घुसकर माहौल खराब करने और हिंसा फैलाने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी।
राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया था कि दुश्मनों को अमेरिका के किसी भी शहर को कब्जाने नहीं देंगे। लॉस एंजिलस कभी अमेरिका का सबसे खूबसूरत, साफ और सुरक्षित शहर था, लेकिन आज इस शहर में क्राइम का बोलबाला है। आपराधिक गिरोह सक्रिय हैं और आए दिन आपराधिक घटनाएं हो रही हैं। अप्रवासियों को किसी ने भड़काया है, इसलिए वे हिंसा और विरोध प्रदर्शन करने पर उतर आए, लेकिन किसी को अमेरिका के खिलाफ साजिश रचने नहीं दी जाएगी।