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गाजा में 48 दिन की कैद से आखिर रिहा हुए 13 महिलाएं और बच्चे; थाई और फिलिपीन नागरिक भी थे हमास की गिरफ्त में

Hamas Released First Hostage Group : इजराइल और हमास के बीच चार दिवसीय संघर्ष विराम समझौते के शुरू होने के साथ 13 इजराइली नागरिकों का पहला ग्रुप आज रिहा कर दिया गया है।

Israel-Hamas War, गाजा: इजराइल और हमास के बीच शुक्रवार सुबह प्रभावी हुए संघर्ष विराम समझौते के तहत 48 दिनों की कैद के बाद बंधकों के पहले समूह को गाजा से रिहा कर दिया गया है। महिलाओं और बच्चों को मिलाकर 13 इजराइलियों और 12 थाइलैंड के नागिरकों का पहला ग्रुप हमास आतंकियों के चंगुल से तो रिहा हो गया है, लेकिन अभी रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति के स्टाफ के पास है। इन्हें एंबुलेंस में दक्षिण गाजा से रफा क्रॉसिंग के जरिए इजराइल में लाकर दाखिल करवाया जाएगा।

थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने की पुष्टि

इस मामले की पुष्टि थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन की 'X' की एक पोस्ट करती है। सोशल मीडिया पलेटफॉर्म पर उन्होंने लिखा है कि दूतावास के अधिकारी 12 थाई बंधकों लेने जा रहे हैं। उधर, इन लोगों की रिहाई के साथ जानकारी मिली है कि इजराइल और हमास के समझौते में 150 फिलस्तीनी कैदियों के बदले गाजा में बंधक 50 लोग रिहा किए जाएंगे। चार दिन जब तक कि संघर्ष विराम रहेगा, ये सभी हमास की गिरफ्त से मुक्त हो जाएंगे। बता दें कि हाल ही में कतर, मिस्र और अमेरिका की मध्यस्थता के बाद चरमपंथी संगठन हमास और इजराइल के बीच संघर्षविराम का समझौता हुआ और इसे इजराइल कैबिनेट ने मंजूरी दी थी। हालांकि राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन ग्विर सहित कई ने विरोध भी किया था। सरकारी बयान में कहा गया था, ‘सरकार ने इस लक्ष्य को हासिल करने के पहले चरण की रूपरेखा को मंजूरी दे दी, जिसके अनुसार कम से कम 50 बंधकों (महिलाओं और बच्चों) को चार दिनों के अंदर रिहा किया जाएगा। इस दौरान युद्ध विराम रहेगा। 10 अतिरिक्त बंधकों की रिहाई के परिणामस्वरूप एक और दिन की राहत मिलेगी’। उधर, यह बात भी उल्लेखनीय है कि इन लोगों का आतंकवादी संगठन हमास ने बीती 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमले की शुरुआत में ही अपहरण कर लिया था। इस हमले से शुरू हुई जंग में अब तक गाजा के 14 हजार 800 से ज्यादा तो इजराइल में 1 हजार 200 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद पहली बार है, जबकि युद्ध विराम है।

पहले घबराए परिजन, फिर झूम उठे

एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार बंधकों की प्रतीक्षा में एम्बुलेंस की कतारें देखी गई, जबकि अपहृत बंधकों के परिवारों को अपने प्रियजनों को मिस्र ले जाने वाली वैन के समाचार प्रसारण के बाद घबराते हुए देखा गया। बाद में यह सुनकर खुशी से झूम उठे कि वैन सुरक्षित रूप से राफा क्रॉसिंग पार कर गई है।


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