इजरायल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में सेना के हेडक्वार्टर पर हमला किया है। इस हमले के बाद सीरिया में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि इजरायल के इस हमले में सीरिया के कई नागरिकों के भी मारे जाने की खबर सामने आ रही है। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। पोस्ट में कहा गया है कि सीरिया में सेना के हेडक्वार्टर के प्रवेश द्वार पर हमला किया गया है। इस हमले में सेना के हेडक्वार्टर को भारी नुकसान पहुंचा है।
समझौते के बाद इजरायल ने किया हमला
इजरायल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में ड्रोन के जरिए सेना के हेडक्वार्टर पर हमला किया है। बताया जा रहा है कि इजरायली ड्रोन ने दमिश्क के उमय्यद स्क्वायर आसपास हमला किया है। इस हमले में सीरिया के कई लोगों के मारे जाने की सूचना मिल रही है। इजरायल के इस हमले से सीरिया को किनता नुकसान हुआ, इसका पता नहीं चल पाया है। बता दें कि इस हमले से पहले इजरायल और सीरिया के बीच ड्रज मुद्दे पर समझौता हो हुआ था। दोनों तरफ से शांति की बात कही गई थी, लेकिन 24 घंटे के अंदर ने इजरायल ने सीरिया पर हमला कर दिया।
इजरायल ड्रुज समुदाय को बचाने उतरा
इस हमले को लेकर इजरायल का कहना है कि स्थानीय सीरिया सरकार और ड्रुज समुदाय के बीच झड़प चल रही है। मंगलवार को सीरिया आर्मी ने इस समुदाय पर हमला किया था। इसकी सूचना पर इजरायल को मिली तो उसने ड्रूज समुदाय को बचाने के लिए सीरिया की राजधानी दमिश्क में सेना के हेडक्वार्टर पर हमला बोल दिया।
जानिए कौन होते हैं ड्रूज
सीरिया में ड्रुज के एक अल्पसंख्यक समुदाय है। इसकी पूजा की पद्धति इजरायल से मिलती-जुलती है। दुनिया भर में करीब 10 लाख ड्रूज में से आधे से ज्यादा सीरिया में रहते हैं। इसके अलावा लेबनान और इजरायल में भी इनकी तादाद अच्छी है। इजरायज के गोलान हाइट्स में इनकी संख्या अधिक है। पहले गोलान हाइट्स सीरिया के कब्जे में था। 1967 के युद्ध में इजरायल ने इसे सीरिया से छीन लिया था।