बगदाद: इराकी प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को यहां 72 घंटे में दूसरी बार संसद पर धावा बोल दिया है। समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के अनुसार सैकड़ों इराकी प्रदर्शनकारी संसद तक आ गए। इनमें से ज्यादातर शिया नेता मुक्तदा अल-सदर के समर्थक थे।
सूत्रों के अनुसार शनिवार को बगदाद में भारी किलेबंद संसद भवन पर दूसरी बार ईरान समर्थित पार्टियों द्वारा प्रधानमंत्री के नामांकन के विरोध में धावा बोल दिया। प्रदर्शनकारियों ने इराकी झंडे और अल-सदर के चित्र लहराए, नारे लगाए, और विधायी कक्ष में बैठ गए। हालांकि उस समय वहां कोई भी सांसद मौजूद नहीं था।
आंसू गैस का इस्तेमाल
हजारों प्रदर्शनकारी संसद भवन के बाहर जमा हो गए थे। जवाबी कार्रवाई में वहां मौजूद सुरक्षा बलों ने आंसू गैस, वाटर कैनन और साउंड ग्रेनेड का इस्तेमाल किया। जिससे बच्चों को तितर-बितर किया गया।
अवरोधकों को तोड़ा
प्रदर्शनकारियों ने भारी किलेबंद क्षेत्र के आसपास के बड़े कंक्रीट अवरोधों को भी तोड़ दिया। बता दें कि बुधवार को बगदाद में बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया था। विरोध प्रदर्शन तब शुरू हुआ जब प्रतिस्पर्धी राजनीतिक गुट नई सरकार के गठन पर सहमत नहीं हो पाए।
अल-सुदानी का विरोध
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री पद के लिए मोहम्मद शिया अल-सुदानी की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे हैं। क्योंकि उनका मानना है कि वह ईरान के बहुत करीब हैं। अल-सुदानी एक पूर्व मंत्री और पूर्व-प्रांतीय गवर्नर हैं और समन्वय ढांचे की ओर से प्रधान मंत्री पद के लिए नामांकित हैं।