ईरान ने 11 जवानों की मौत का लिया बदला, कौन है पाकिस्तान में छिपा जैश अल-अदल
ईरान ने बलूचिस्तान पर किया हवाई हमला।
Iran Air Strike on Jaish al-Adl In Balochistan : दुनियाभर में पाकिस्तान आतंकियों को शरण देने के लिए बदनाम है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार उसे खरी-खोटी भी सुननी पड़ी है। वहां की सरकार आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही है। ऐसे में ईरान ने पाक में घुसकर आतंकियों के ठिकानों पर बम गिराए हैं। अब बड़ा सवाल उठता है कि ईरान ने ऐसा क्यों किया और कौन है पाकिस्तान में बैठा आतंकी संगठन जैश अल-अदल।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आतंकी संगठन जैश अल-अदल का मुख्यालय है। यहीं से जैश अल-अदल के आतंकी तीन देशों में अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देते हैं। पहला खुद पाकिस्तान है तो दूसरा और तीसरा सीमावर्ती देश ईरान और अफगानिस्तान है। पाक की सीमा से सटे ईरान के दक्षिणी-पूर्वी प्रांत सिस्तान-बलूचिस्तान में पिछले महीने आतंकी हमले हुए थे, जिसमें ईरान के 11 सुरक्षा कर्मियों की मौत हो गई थी।
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ईरान के कई धमाकों में जैश अल अलद का आ चुका है नाम
हालांकि, पाकिस्तान ने भी इस आतंकी हमले की निंदा की थी, लेकिन ईरान ने साफ-साफ कह दिया था कि पाक का अपनी सीमाओं पर कंट्रोल नहीं है। कहा जा रहा है कि ईरान ने मंगलवार की रात को पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक करके 11 सुरक्षा कर्मियों की मौत का बदला लिया है। साल 2009 के बाद ईरान में हुए 5 बड़े हमलों के लिए आतंकी संगठन जैश अल-अलद ही जिम्मेदार है।
पाकिस्तान में बनाया अपना ठिकाना
जैश अल-अदल (JAA) ने पाकिस्तान में अपना ठिकाना बना रखा है। वैश्विक आतंकी संगठन जुंदल्लाह का ही यह एक ग्रुप है। जुंदाल्लाह ने साल 2012 में अपना नाम बदलकर जैश अल-अदल रख लिया था। यह एक सुन्नी आतंकी संगठन और ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में काफी सक्रिय है। जुंदल्लाह की स्थापना 2002-03 में हुई थी। ईरानी सरकार ने 2010 में इस संगठन के चीफ को फांसी पर लटका दिया था। इसके बाद जुंदल्लाह कई गुपों में बंट गया और उनमें से ही जैश अल-अदल निकला है।
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