Earthquake in Russia: रूस आज भयंकर भूकंप से दहल गया। 12 बजे से एक बजे के बीच करीब 4 बार रूस में भूकंप आया। चारों बार आए भूकंप की तीव्रता 6 से 7 के बीच रही। एक के बाद एक 4 बार भूकंप आने के चलते प्रशांत महासागर में सुनामी आने का अलर्ट जारी कर दिया गया है। चारों भूकंप कामचटका प्रायद्वीप के पूर्वी तट पर आए। भूकंप का केंद्र पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की शहर से 144 किलोमीटर दूर पूर्व दिशा में समुद्र के अंदर 20 किलोमीटर की गहराई में मिला।
4 बार आया 6 से 7 की तीव्रता वाला भूकंप
जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंस (GFZ) और नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) ने भूकंप आने की पुष्टि की है। पहला भूकंप 12 बजकर 19 मिनट पर आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.4 रही। दूसरा भूकंप 12 बजकर 37 मिनट पर आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.6 रही। तीसरा भूकंप 12 बजकर 52 मिनट पर आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.4 रही और चौथा भूकंप 12 बजकर 56 मिनट पर आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6 रही।
भूकंप का क्या असर पड़ा?
AP की रिपोर्ट के अनुसार, रूस की समाचार एजेंसी TASS ने ब्रीफ किया है कि भूकंप आने के बाद कामचटका में शिवेलुच ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ। ज्वालामुखी से लावा निकला और राख का बादल कई किलोमीटर ऊपर उठकर आसमान में फैल गया। सुनामी आने की चेतावनी जारी की गई है, लेकिन अभी तक सुनामी के संकेत नजर नहीं आए। पेट्रोपावलोव्स्क-कामचट्स्की शहर में लोगों ने बहुत तेज और दिल दहला देने वाले झटके महसूस किए। वहीं भूकंप आने के बाद 30 से ज्यादा आफ्टरशॉक दर्ज किए गए हैं।
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रूस में इसलिए आते हैं भूकंप
बता दें कि रूस का कामचटका प्रायद्वीप प्रशांत और यूरेशियन प्लेट के ऊपर बसा है, जिस वजह से यह इलाका भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधियों के मद्देनजर बेहद संवेदनशील है। रूस का यह इलाका भी प्रशांत महासागर के 'रिंग ऑफ फायर का हिस्सा है। रूस में अकसर कामचटका प्रायद्वीप, कुरिल द्वीप समूह और बैकाल रिफ्ट जैसे इलाकों में भूकंप आते हैं। रूस में अब तक का सबसे भयानक और विनाशकारी भूकंप 5 नवंबर 1952 को कामचटका में ही आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 9 मापी गई थी। इस भूकंप के चलते प्रशांत महासागर में विनाशकारी सुनामी आई थी। साल 2016 में भी कामचटका में 7.2 और साल 2017 में बेरिंग में 7.7 की तीव्रता वाला भूकंप आया था।