पाकिस्तान में बलोच लड़ाके लगातार क्वेटा और उसके आसपास पाकिस्तानी सेना पर बड़े हमले किए हैं। इस बीच बलूच लिबरेशन आर्मी ने मस्तंग क्षेत्र में कई पुलिस थानों और चौकियों पर कब्जा कर लिया है। इस हमले में दो पाकिस्तानी सेना के जवानों की मौत हो गई। इस हमले में पाकिस्तान सरकार का साथ देने वाले बलोच नेता मोहम्मद हसनी भी मारा गया है।
क्वेटा बाईपास के पास बनाया निशाना
बलोच लड़ाकों ने हसनी की गाड़ी को मैग्नेटिक आईडी के जरिए क्वेटा के बाईपास के पास निशाना बनाया। हसनी की अपनी आर्मी थी और वो पाकिस्तान की सेना के लिए खुफिया ऑपरेशन को अंजाम देता था। इतना ही हसनी एक टॉर्चर कैंप चलाता था जिसमें बलूचिस्तान की आजादी की मांग करने वाले लोगों को लाया जाता और यातना देकर मार दिया जाता था।
मस्तंग हमले पर बीएलए ने जारी किया प्रेस नोट
हसनी को खत्म करने में बीएलए की खुफिया विंग जराब ने बड़ी भूमिका निभाई। बीएलए ने ऐलान किया है कि हसनी के बाकी साथी सरेंडर करें वरना अंजाम बुरा होगा। बलोच आर्मी ने मस्तंग हमले को लेकर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की। इसके अनुसार मस्तंग में हुए हमले में लेवीज बल के 6 सदस्यों को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही हमलावरों ने पुलिस स्टेशन को आग के हवाले कर दिया वहीं सरकारी वाहनों को भी नष्ट कर दिया।
ये भी पढ़ेंः बांग्लादेश में जमात इस्लामी से प्रतिबंध हटा, सुप्रीम कोर्ट ने पलटा शेख हसीना का फैसला