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चीन में इन दिनों बप्पी लहरी के ‘जिम्मी जिम्मी’ गाने की धूम, जानें क्या है पूरा मामला

Bappi Lahiri: बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवर्ती की हिट फिल्म ‘डिस्को डांसर’ का सुपरहिट गाना ‘जिम्मी-जिम्मी’ गाने की इन दिनों चीन में धूम है। यह गाना दिवंगत संगीतकार बप्पी लहरी का बेहद हिट गाना है। इस ‘जिम्मी-जिम्मी’ गाने के जरिए चीन के लोग कोविड लॉकडाउन का विरोध कर रहे हैं। टिकटॉक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म […]

Bappi Lahiri: बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवर्ती की हिट फिल्म 'डिस्को डांसर' का सुपरहिट गाना 'जिम्मी-जिम्मी' गाने की इन दिनों चीन में धूम है। यह गाना दिवंगत संगीतकार बप्पी लहरी का बेहद हिट गाना है। इस 'जिम्मी-जिम्मी' गाने के जरिए चीन के लोग कोविड लॉकडाउन का विरोध कर रहे हैं। टिकटॉक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें लॉकडाउन का सामना कर रहे चीनी देश की सख्त जीरो-कोविड नीति पर अपना गुस्सा और निराशा व्यक्त करने के लिए बप्पी दा के ट्रैक का उपयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं। अभी पढ़ें आजादी के 75 सालों में रूस भारत का सबसे विश्वसनीय भागीदार, हर कदम ऐसे दिया साथ   बप्पी दा के इस गाने को पार्वती खान ने अपनी आवाज दी थी। इस गाने को चीन में फिर से बनाया गया है। चीन में इस हिट गाने को मंडारीन  (Mandarin) भाषा 'जी मी, जी मी' (Jie mi, jie mi) में बनाया गया है। इसका मतलब 'मुझे चावल दो, मुझे चावल दो' होता है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लोग खाली बर्तन दिखाते हैं। वे ये दिखाने की कोशिश करते हैं कि कैसे वे लॉकडाउन के दौरान आवश्यक खाद्य पदार्थों से वंचित हैं। बता दें कि पिछले महीने देश की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी और उसके नेता शी जिनपिंग ने संकेत दिया था कि शून्य-कोविड नीति में कोई ढील नहीं दी जाएगी।

एक दिन पहले सामने आई थी ये तस्वीर

बता दें कि चीन से एक दिन पहले एक तस्वीर सामने आई थी। चीन में बीबीसी संवाददाता स्टीफन मैकडोनेल ने ट्वीट किया, ‘#झेंग्झौ में फॉक्सकॉन में सख्त कोविड लॉकडाउन के बीच श्रमिक Apple के सबसे बड़े असेंबली स्थल से बाहर निकल गए हैं। चुपके से बाहर निकलने के बाद, वे 100 किलोमीटर से अधिक दूर गृहनगर की ओर चल दिए हैं। जल्दीबाजी इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि वे उस कोविड ऐप के तहत नहीं आना चाहते, जिसकी वजह से वो पकड़े जाते या उन्हें रोक दिया जाता है।’ चीनी सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में लोगों को मध्य शहर झेंग्झौ में निर्माता फॉक्सकॉन के स्वामित्व वाले संयंत्र के बाहर फेंसिंग से कूदते हुए दिखाया गया है। पहले ऐसी खबर थी कि बीमारी के प्रकोप के कारण कई श्रमिकों को आइसोलेशन के तहत रखा गया है।

सख्त कोविड लॉकडाउन और भोजन की कमी

मैकडॉनेल के अनुसार, झेंग्झौ फॉक्सकॉन द्वारा लगभग 300,000 कर्मचारियों को काम पर रखा गया है और यह दुनिया के आधे आईफोन बनाता है। एक चीनी वीडियो होस्टिंग सेवा Douyin पर एक वीडियो डाला गया, जिसमें सख्त कोविड लॉकडाउन और भोजन की कमी के बीच हेनान प्रांत के कई प्रवासी श्रमिकों को पैदल घर लौटते हुए देखा गया है … क्योंकि लॉकडाउन के कारण कोई सार्वजनिक परिवहन उपलब्ध नहीं है। शनिवार से, चीनी सोशल मीडिया पर प्रसारित तस्वीरों और वीडियो में फॉक्सकॉन के कर्मचारी घर लौट रहे हैं, दिन में खेतों में और रात में सड़कों पर ट्रेकिंग करते हुए दिखाई दे रहे हैं। तस्वीरें यह भी दिखाती हैं कि राजमार्ग के पास स्थानीय निवासियों ने फॉक्सकॉन श्रमिकों की मदद के लिए मुफ्त आपूर्ति स्टेशन स्थापित किए हैं। सरकार या फॉक्सकॉन की मदद के बिना, भाग रहे लोग केवल अजनबियों की दया पर भरोसा कर सकते हैं। अभी पढ़ें Halloween 2022: क्या है इस भूतिया रात की कहानी, क्यों बुरी आत्माओं के लिए जश्न मनाते हैं इन देशों के लोग? हेनान प्रांत की राजधानी झेंग्झौ में सात दिनों में 29 अक्टूबर तक स्थानीय रूप से प्रसारित 167 कोविड मामलों की सूचना मिली। यह पिछले सात दिनों में 97 थे। यानी वहां मामले बढ़े हैं। नतीजतन, वहां सख्त लॉकडाउन लगा हुआ है। बता दें कि चीन एक मामले के आने पर ही सख्त से सख्त लॉकडाउन लगाने के लिए जाना जाता है। अभी पढ़ें – दुनिया से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें


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