American Company WeWork Applied For Bankruptcy: अमेरिका की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक WeWork दिवालियेपन की कगार पर पहुंच गई है। कंपनी ने दिवालिया घोषित होने के लिए आवेदन किया है। एक समय में $47 बिलियन नेटवर्थ वाली दिग्गज कंपनी की देनदारी अब $10 बिलियन से बढ़कर $50 बिलियन हो गई है, जिसे चुका पाने में कंपनी सक्षम नहीं है। कंपनी ने सोमवार को न्यू जर्सी की अदालत में दिवालिया घोषित होने के लिए आवेदन दायर किया, क्योंकि कंपनी कर्ज और भारी घाटे की समस्या से जूझ रही है। कंपनी के शेयरों में इस साल लगभग 96 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि एक समय में कंपनी की नेटवर्थ करीब 47 अरब डॉलर पर पहुंच गई थी।
कंपनी क्यों दिवालिया हुई?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, WeWork कंपनी ने 2019 में पब्लिक होने की घोषणा की थी। इसके बाद से ही कंपनी में उथल-पुथल चल रही थी। लॉन्ग टर्म लीज पर स्पेस लेकर उन्हें शॉर्ट टर्म के लिए किराए पर देने का बिजनेस मॉडल अपनाने की वजह से कंपनी दिवालियेपन की कगार पर पहुंची। कोरोना काल के बाद लोगों ने वर्क फ्रॉम होम करना शुरू कर दिया। कई कंपनियां आज भी अपने वर्करों से वर्क फ्रॉम होम करा रही हैं। ऐसे में कंपनियों ने WeWork से स्पेस के लिए किए अपने समझौतों को कैंसिल कर दिया। इससे कंपनी को आय कम हुई, जबकि इन्वेस्टमेंट काफी अधिक किया गया था। इससे कंपनी को नुकसान झेलना पड़ा। कंपनी को कई देशों में अपने सेंटर बंद करने पड़े। इससे कंपनी को कर्मचारी भी निकालने पड़े।
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इंडिया में बिजनेस पर असर नहीं पड़ेगा?
वहीं दिवालियेपन के लिए आवेदन करने की खबरों के बीच WeWork India का भी बयान सामने आया है, जिसमें कहा गया है कि बैंक के दिवालिया घोषित होने से WeWork India के बिजनेस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। भारत में कंपनी ने बिजनेस में लगातार ग्रोथ हासिल की है। WeWork India में ग्रुप की 73 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि WeWork Global की 27 प्रतिशत हिस्सेदारी है। WeWork India के भारत के 7 शहरों नई दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे और हैदराबाद में 50 सेंटर हैं। इंडिया में कंपनी का रेवेन्यू भी जून 2023 की तिमाही में 40 प्रतिशत से बढ़कर 400 करोड़ रुपये हो गया।