इजराइल ने यमन के सना में एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें हूती लड़ाकों के पीएम अहमद अल-रहावी की मौत हुई थी। इस हमले के बाद हूतियों में गुस्सा भरा हुआ था। हूती विद्रोहियों ने इसका बदला लेने का ऐलान किया था। इस हमले में 2 डिप्टी पीएम, विदेश मंत्री समेत 10 मंत्री भी मारे गए थे। हूती ने इस हमले के बाद बदला लेने की बात कही थी। क्योंकि हमले के 2 दिन बाद हूती अथॉरिटी ने कई इलाकों में लोगों को इजराइल की मदद करने के शक के चलते गिरफ्तार किया। इसके अलावा हूतियों ने छापेमारी कर 11 कर्मचारियों को हिरासत में लिया। इसकी के चलते बेंजामिन नेतन्याहू की सुरक्षा बढ़ाई गई है। चलिए इस वीडियों की मदद से जान लेते हैं,क्या है दोनों के बीच का तनाव...
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