खाद्य वस्तुओं पर जोर
जी-20 सम्मेलन में शनिवार को जारी घोषणा पत्र में कहा गया है कि वर्तमान में जरूरी चीजों की कीमतों से लोगों का जीवनयापन प्रभावित हो रहा है। ऐसे में खाद्य पदार्थों के अलावा कृषि और उर्वरक के क्षेत्र में मुक्त व्यापार को बढ़ावा देने की नीति पर काम हो। यह विश्व व्यापार संगठन के नियमों के विपरीत हो।आपसी सहयोग पर जोर
भारत मध्य पूर्व यूरोप कनेक्टिविटी कॉरिडोर जल्द ही लॉन्च किया जाएगा। यह भारत, यूएई, सऊदी अरब, EU, फ्रांस, इटली, जर्मनी और अमेरिका को शामिल करते हुए कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे को लेकर सहयोग पर एक पहल होगी।संस्थानों को बनाा होगा बेहतर
बेहतर, बड़े और अधिक प्रभावी बहुपक्षीय विकास बैंक(MDB) की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की गई। बेहतर बड़े और अधिक प्रभावी एमडीबी का होना आवश्यक है क्योंकि दुनिया भर से विकासात्मक मांगें बहुत बढ़ रही हैं, इसलिए इन संस्थानों को बेहतर और बड़ा बनाना होगा। यह कहना है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का।India-Europe Economic Corridor को लेकर मोदी-बाइडेन समेत किस नेता ने क्या कहा?
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अफ्रीकन यूनियन को सदस्यता
आईएमएफ और एफएसबी का सहयोग
क्रिप्टो परिसंपत्तियों पर स्पष्ट नीति के लिए वैश्विक प्रयासों ने भारत की अध्यक्षता के दौरान गति पकड़ी है और इस पर वैश्विक सहमति भी बन रही है। एफएसबी क्रिप्टो परिसंपत्तियों के लिए विश्व स्तर पर समन्वित दृष्टिकोण के लिए नियामक ढांचे की रूपरेखा भी निर्धारित कर रहा है, इसलिए भारत द्वारा जी-20 की अध्यक्षता के दौरान आईएमएफ और एफएसबी के सहयोग से इन रूपरेखाओं को निर्धारित किया जा रहा है।---विज्ञापन---