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वाह मंत्री जी वाह! ‘बेटी पढ़ाओ’ तक नहीं लिख पाईं महिला मंत्री? वीडियो हो गया वायरल

Minister Savitri Thakur Viral Video : सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह बोर्ड पर गलत स्लोगन लिखती दिखाई दे रही हैं। सावित्री ठाकुर एमपी के धार से सांसद हैं और पहली बार मंत्री बनी हैं।

Minister Savitri Thakur Viral Video : मोदी सरकार की एक महिला मंत्री का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, इस वीडियो की वजह से केंद्रीय मंत्री की खूब किरकिरी हो रही है। मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में मंगलवार को प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया, इसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर धार के एक स्कूल में पहुंची लेकिन कार्यक्रम के दौरान एक बोर्ड पर मंत्री जी ने ऐसा कुछ लिख दिया कि लोगों ने उन्हें ट्रोल कर दिया।

पहली बार मंत्री बनी हैं सावित्री ठाकुर

सावित्री ठाकुर धार लोकसभा सीट से सांसद हैं और पहली बार केंद्रीय मंत्री बनी हैं। छुट्टियों के बाद स्कूल खुले तो प्रवेशोत्सव मनाया और बच्चों का स्वागत किया गया। ब्रह्माकुंड स्कूल में बच्चों का स्वागत करने के लिए सावित्री ठाकुर पहुंची थीं। लोग बेटियों को स्कूल भेजें, इसके लिए उन्होंने बोर्ड पर एक नारा लिखना शुरू किया लेकिन इसी की वजह से किरकिरी हो रही है।

देखें वीडियो

मंत्री ने मार्कर से बोर्ड पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश लिखना चाहती थीं लेकिन उन्होंने इसे गलत लिख दिया। उन्होंने लिखा, 'बेटी पड़ाओ बच्चाव'। किसी ने मंत्री जी को टोका भी कि पड़ावों नहीं पढ़ाओ लेकिन मंत्री जी ने इसे अनसुना कर दिया और लिखकर चली गईं। वहीं सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो गया है। यह भी पढ़ें : 8 साल की उम्र में मरने वाली थी लड़की, एल‍ियन से बदल ली आत्‍मा! डॉक्टर भी रह गए हैरान सावित्री ठाकुर दूसरी बार धार से सांसद चुनी गईं हैं और पहली बार मंत्री बनी हैं। वह संघ से जुड़ी रही हैं। जानकारी के मुताबिक, सावित्री के पति किसान हैं और पिता एक सरकारी कर्मचारी रहे हैं। साधारण परिवार से आने वाली सावित्री के परिवार का राजनीति से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। हलफनामें के अनुसार, सावित्री ठाकुर 12 वीं पास हैं लेकिन नारा लिखने के दौरान हुई गलती से वह लोगों के निशाने पर आ गईं हैं। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि वह आदिवासी समाज से आती हैं और ऐसे में वहां से उठकर यहां तक पहुंचना बड़ी उपलब्धि है। ये उपलब्धि ना सिर्फ सावित्री ठाकुर की है बल्कि देश की भी है क्योंकि एक महिला ने आज ये मुकाम अपने दमपर हासिल किया है।


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