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जानते हैं कितने में बिकती है सद्गुरु के पैर की फोटो? सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

Sadhguru Jaggi Vasudev Feet Photo : सद्गुरु जग्गी वासुदेव के पैरों की एक तस्वीर उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर ₹ 3,200 में बिक रही है, जिसने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी है।

Sadhguru Jaggi Vasudev Feet Photo : सद्गुरु जग्गी वासुदेव को मानने वाले और उनके फॉलोअर्स की संख्या काफी अधिक है। इस वक्त सद्गुरु को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है। सद्गुरु जग्गी वासुदेव के पैरों की एक तस्वीर उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर ₹ 3,200 में बिक रही है, जिसने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। सिर्फ पैरों की फोटो और उसकी कीमत देखकर सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। ईशा लाइफ ई-शॉप पर संस्थापक सद्गुरु के पैरों की तस्वीर ₹ 3,200 में दिखाई दे रही है। इसके विवरण में लिखा हुआ है कि सद्गुरु के पैर “पूज्य हैं क्योंकि वे गुरु की ऊर्जा तक पहुंचने का मार्ग हैं।” इसके साथ लिखा हुआ है कि सद्गुरु पदम की इस खूबसूरत 17.5" x 12.5" लकड़ी के फ्रेम वाली तस्वीर के साथ घर में कृपा लाएं, जो सद्गुरु के साथ आपके संबंध को मजबूत करने का एक शक्तिशाली माध्यम है। ईशा फाउंडेशन की वेबसाइट पर इस फोटो को बेचने के लिए लगाया गया है। जिसके बाद इसकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस फोटो को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ इसे गलत बता रहे हैं तो कुछ का कहना है कि ये लोगों के विवेक पर निर्भर करता है कि लेना चाहिए या नहीं।

सोशल मीडिया यूजर्स के कमेंट्स

एक ने लिखा कि भारत में ऐसा होता है, होता रहेगा। इसे कोई बदल ही नहीं सकता। एक ने लिखा कि मैं 3200 रुपये बाढ़ पीड़ितों को दे दूंगा लेकिन ये सब नहीं खरीदूंगा। एक अन्य ने लिखा कि यह व्यक्ति की अपनी पसंद है कि वह किसे गुरु मानता है या नहीं। भारतीय संस्कृति में यह मान्यता है कि पूजनीय व्यक्ति के पैर छूकर आशीर्वाद लिया जाता है। लोगों की कितनी श्रद्धा है, यह उन पर निर्भर करता है। इसमें कोई बुराई है क्या? एक ने लिखा कि लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। यह भी पढ़ें  : Viral Video : एक महिला और तीन चोर..फिर भी कुछ नहीं कर पाए; भागने पर हुए मजबूर बता दें कि सद्गुरु तमिलनाडु के कोयंबटूर के पास स्थित एक NGO ईशा फाउंडेशन के संस्थापक हैं। आध्यात्मिक ध्यान और आत्म-जागरूकता पर अपनी शिक्षाओं के लिए 67 साल के सद्गुरु दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं।


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