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दीवाली की ऑफिस पार्टी में गया तो भड़का बॉस, कर्मचारी ने सोशल मीडिया पर लिख दी कहानी

Boss and Employee : दीपावली की पार्टी में लैपटॉप ना ले जाने पर बॉस ने कर्मचारी पर भड़क गया, उनके पोस्ट लिखकर पूरी कहानी बता दी। शख्स का पोस्ट वायरल हुआ तो लोग हैरान रह गए।

Boss and Employee : काम के साथ जिंदगी में संतुलन बनाना आसान नहीं है, खास तौर पर तब जब ऑफिस का माहौल ठीक ना हो। दीपावली भारत में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है लेकिन अगर इस त्योहार के लिए ऑफिस में किसी कर्मचारी को डांट पड़ जाए और काम का प्रेशर अधिक दे दिया जाए तो मूड खराब होना जायज है। एक शख्स के साथ ऐसा ही हुआ है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक कर्मचारी ने पोस्ट लिखकर बताया कि मेरी कंपनी ने दीपावली पार्टी आयोजित की। मेरी शिफ्ट शाम 6 बजे से सुबह 2 बजे तक है। दीपावली पार्टी का समय शाम 6.30 बजे से रात 10.30 बजे तक रखा गया था। मैं ऑफिस जाकर लॉग इन करके टीम के साथ पार्टी करने चला गया। इसी दौरान मुझे टीम के विदेशी सहयोगी का मैसेज मिला और अर्जेंट काम करने की बात कही गई।

कर्मचारी ने सोशल मीडिया पर लिख दी पूरी कहानी

शख्स ने बताया कि इस काम को टाला जा सकता था लेकिन मैनेजर से एक मैसेज मिला, जिसमें लिखा गया था कि मुझे पार्टी में लैपटॉप लाना चाहिए था। इसे एक चेतावनी की तरह कहा गया था। ये सुनकर मैं हैरान रह गया। अक्सर इस तरह त्योहार पर हम सबका सम्मान करते हैं। अगर विदेशियों का कोई त्योहर होता है तो हम सभी काम करते हैं और हमारा होता है तो वो काम करते हैं लेकिन इस ऑफिस का महौल अलग था। इतना ही नहीं, शिफ्ट खत्म होने से पहले और काम दे दिए गए। इससे शख्स और परेशान हो गया। मैनेजर ने कर्मचारी से यह भी कह दिया कि पार्टी करने से जो भी काम रुका है, उसे वीक ऑफ पर पूरा करना है। मैनेजर ने मुझसे कहा कि चूंकि मैं पार्टी में था, इसलिए मुझे सप्ताहांत में काम करके इसकी भरपाई करनी चाहिए। यह भी पढ़ें : ‘लड़के को समझा लो, वरना राधा रानी के पास भेज देंगे’, अभिनव अरोड़ा के मां-बाप को मिली धमकी सोशल मीडिया पर इस पर बहस छिड़ गई है. कुछ का कहना है कि इस तरह के ऑफिस में काम करने का कोई फायदा नहीं है तो एक का कहना है कि आज कल लोग एक दूसरे के त्योहार की इज्जत नहीं करते हैं। एक अन्य ने लिखा कि ऑफिस पार्टी देती है लेकिन पार्टी करने के लिए समय नहीं, क्यों भाई? एक अन्य ने लिखा कि शुरुआत से ही उचित सीमाएं तय कर लें। उन्हें यह महसूस न कराएं कि वे आपको कोई एहसान कर रहे हैं।


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