Bharat Ratna Chaudhary Charan Singh: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जैसे ही पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने का पोस्ट किया तो तुरंत सोशल मीडिया पर #BharatRatna ट्रेंड करने लगा। खबर के फैलते ही बड़े-बड़े नेताओं और पार्टियों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कहा जा रहा है कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा रालोद नेता जयंत सिंह चौधरी को अपने पाले में लाने की रणनीति हो सकती है। दोनों दलों के बीच जयंत को एनडीए में लाने के लिए चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की एक शर्त रखी गई थी, जिसे भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने मंजूर किया था। जानें, क्या बोले यूपी के नेता।
सोशल मीडिया पर छाया चौधरी चरण सिंह का नाम
योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि किसानों के मसीहा, किसानों के अन्नदाता और वंचितों के उत्थान के लिए हमेश काम करते रहे चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न दिए जाने की खबर अभिनंदनीय है।
अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री रह चुके अखिलेश यादव ने भी इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी, पूर्व प्रधानमंत्री श्री नरसिम्हा राव जी और डॉक्टर एमएस स्वामीनाथन जी को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की मांग काफी समय से की जा रही थी जो अब आकर पूरी हुई है।
राष्ट्रीय लोक दल
RLD पार्टी ने ट्वीट कर लिखा कि किसानों के मसीहा कहे जाने वाले चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न का सम्मान देना देश के किसानों, दलित, वंचित एवं शोषित वर्ग के लोगों को सम्मान देने जैसा है। इन्हीं के लिए उन्होंने अपना सारा जीवन समर्पित कर दिया। यह सम्मान उन खेत-खलिहानों को मिला है जहाँ चौधरी चरण सिंह की आत्मा बसती थी।
समाजवादी पार्टी
समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल ने भी एक ट्वीट शेयर किया जिसमें अखिलेश यादव इस ख़ास खबर पर किसानों को बधाई देते नज़र आ रहे हैं।
चौधरी चरण सिंह कहलाते हैं किसानों के मसीहा
चौधरी चरण सिंह भारत के पांचवे प्रधानमंत्री थे। उन्होंने किसान नेता के तौर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई और आखिरी सांस तक खेती और किसानों को लेकर आवाज़ उठाते रहे हैं। वह किसानी क्षेत्र में जन्मे थे और किसानों की समस्याओं को बखूबी समझते थे। कह सकते हैं कि इसी वजह से उन्हें कृषि मंत्रालय दिया गया।
23 दिनों के लिए बने प्रधानमंत्री
आपको बता दें कि अपनी ईमानदारी को लेकर चौधरी चरण सिंह का काफी नाम था। पीएम रहने के साथ ही कांग्रेस ने उनके सामने कई मांगे रखीं लेकिन उन्होंने वो मैंने से मना कर दिया जिस वजह से कांग्रेस ने अपना समर्थन वापस ले लिया और वो 23 दिनों के लिए ही पीएम की गद्दी संभाल पाए।