उत्तर प्रदेश के विधानसभा सत्र में कोडीन कफ सिरप के मुद्दे पर जमकर बवाल हुआ. सत्र शुरू होते ही विपक्षी नेता माता प्रसाद पांडे ने कफ सिरप मामले पर सरकार से जवाब मांगे. इसपर सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया. सीएम योगी ने कहा कि स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने कफ सिरप मामले में जिसे सबसे पहले पकड़ा, उसे 2016 में समाजवादी पार्टी ने लाइसेंस दिया था. उन्होंने कहा कि इस मामले में बुलडोजर एक्शन होगा तो विपक्ष को इसपर आपत्ति नहीं होनी चाहिए. सीएम योगी ने कहा कि कफ सिरप मामले में समाजवादी पार्टी का कोई ना कोई नेता जुड़ा हुआ है, इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मुकदमा चलना चाहिए.
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कफ सिरप से एक भी मौत नहीं हुई- योगी
योगी सरकार ने सदन में ये साफ कर दिया कि कफ सिरप की वजह से यूपी में एक भी मौत नहीं हुई है. सीएम योगी ने कहा कि सरकार लगातार इस मामले पर एक्शन ले रही है. सीएम योगी ने बताया कि उनकी सरकार ने बड़े-बड़े लोगों के खिलाफ कार्यवाही की है. उन्होंने कहा कि कफ सिरप मामले में 225 लोगों को नामजद किया गया है, 78 गिरफ्तारियां और 134 छापेमारी हुई हैं. सपा विधायक अतुल प्रधान की तरफ से उठाए गए सवालों और उपमुख्यमंत्री के साथ आरोपी की फोटो दिखाने पर सीएम ने इसे चोर की दाढ़ी में तिनका बताया.
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विपक्ष पर योगी का वार
सीएम योगी ने कहा कि जब भी कोई मामला खुलता है तो समाजवादी पार्टी से जुड़ा कोई नेता या व्यक्ति चपेट में जरूर आता है. उन्होंने कहा कि लोहिया वाहिनी नेता के अकाउंट के जरिए अवैध ट्रांजेक्शन भी हुए हैं, जिसकी जांच एसटीएफ कर रही है. सीएम योगी ने कहा कि ये मामला गैरकानूनी डायवर्जन का है, जिसकी वजह से होलसेलर्स ने कफ सिरप को उन देशों और राज्यों तक पहुंचाया है जहां नशा बैन है. मुख्यमंत्री ने ये साफ किया कि यूपी में कोडीन कफ सिरप केवल स्टॉकिस्ट और होलसेलर हैं, इसका यहां प्रोडक्शन नहीं होता.
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