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पश्चिम बंगाल में बड़ा हादसा, गिरा 75 फुट ऊंची जगद्धात्री प्रतिमा का पांडाल, कई लोग घायल

पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के चंदननगर में जगद्धात्री पूजा के दौरान बड़ा हादसा हो गया. तूफानी हवाओं के कारण 75 फुट ऊंची फाइबर की प्रतिमा वाला विशाल पंडाल अचानक गिर गया, जिसमें कई लोग घायल हो गए. स्थानीय निवासियों और पुलिस ने तुरंत राहत कार्य शुरू करते हुए घायलों को चंदननगर उप-मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया. जानकारी के अनुसार, यह प्रतिमा लोगों को आकर्षित करने के लिए बनाई गई थी, लेकिन इसकी ऊंचाई और असंतुलन के कारण ढांचा कमजोर हो गया था.

पश्चिम बंगाल में हादसा

पश्चिम बंगाल के हुगली में बड़ा हादसा हो गया है. यहां चंदननगर में तूफान के चलते विशेष आकर्षण का केंद्र 75 फुट ऊंची जगद्धात्री प्रतिमा का पांडाल गिर गया है. इसमें कई लोग घायल हो गए हैं. पुलिस की टीम मौके पर है. राहत एवं बचाव अभियान चलाया जा रहा है.

बताया जा रहा है कि आयोजकों ने भीड़ को आकर्षित करने के लिए लगभग 70 फुट ऊंचा ढांचा बनवाया था और पंडाल के सामने देवी जगद्धात्री की एक विशाल फाइबर की मूर्ति स्थापित की थी. जानकारी के मुताबिक, ऊंचाई अधिक होने और असंतुलन के कारण यह ढांचा कमजोर हो गया था. इसके बाद जैसे ही तेज हवा चली. यह गिर पड़ा.

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घायलों को अस्पताल में कराया गया भर्ती

घटना को निवासियों और पुलिस ने कई घायलों को बचाया. जिन्हें चंदननगर उप-मंडलीय अस्पताल ले जाया गया. घटना के बाद से इलाके को सील कर दिया गया है. अब जांच की जा रही है कि पंडाल के पास उचित सुरक्षा मंजूरी थी या नहीं.

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बताया जा रहा है कि चंदननगर की जगद्धात्री मूर्ति की ऊंचाई आमतौर पर 26 फीट के करीब होती है. दावा है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति है. पूजा समिति के सचिव विश्वजीत पोद्दार का कहना है कि कोलकाता के देशप्रिय पार्क में दुनिया की सबसे बड़ी दुर्गा प्रतिमा बनाई गई है. हम जगद्धात्री पूजा में यह काम कर रहे हैं. चंदननगर की मिट्टी से बनी मूर्ति का वजन काफी अधिक है इसीलिए हमने सबसे बड़ी मूर्ति बनाने के लिए फाइबर का इस्तेमाल किया है.

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उन्होंने बताया कि लगभग 75 फुट ऊंची मूर्ति को हर कोई बाहर से देख सकता है. यह मूर्ति प्रशासन के सभी नियमों के अनुसार बनाई गई है. उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन की तरफ से हमें पंडाल की ऊंचाई कम करने के लिए कहा गया था और इसे समिति ने स्वीकार भी कर लिया था.


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