Faridabad-Noida-Ghaziabad Expressway: फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे का काम जल्द शुरू हो सकता है। अधिकारियों ने अभी निर्माण के लिए जिम्मेदार एजेंसी को फाइनल नहीं किया है। इसलिए माना जा रहा है कि DPR में 2-3 माह का समय लग सकता है। हाल ही में हरियाणा PWD, NHAI और यूपी सरकार के अधिकारियों बैठक हुई थी। जिसमें परियोजना को एनएचएआई को ट्रांसफर करने को लेकर सहमति बन गई। इस परियोजना पर 900 करोड़ रुपये खर्च होंगे। लोक निर्माण विभाग की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। हालांकि फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे के प्रस्तावित कार्य को लेकर अभी कुछ दिक्कतें हैं।
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इस योजना का ऐलान 2019 में किया गया था। 5 साल बीतने के बाद भी सरकार निर्माण एजेंसी को लेकर फैसला नहीं कर पाई है। इस परियोजना की निर्माण एजेंसियों की दौड़ में लोक निर्माण विभाग (PWD), फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (FMDA) और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक पीडब्ल्यूडी की ओर से हाल ही में एक रिपोर्ट तैयार की गई है। जिसमें कहा गया है कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने में 2-3 महीने का समय लग सकता है।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं
एफएनजी परियोजना से फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद के लोगों को फायदा होगा। इस परियोजना के निर्माण और भूमि अधिग्रहण पर लगभग 900 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। एक्सप्रेसवे के निर्माण से फरीदाबाद से नोएडा और गाजियाबाद जाने वाले लोगों को जाम से छुटकारा मिलेगा। यात्रियों के लिए सफर आरामदायक होगा। परियोजना के माध्यम से तीन शहरों (नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद) के बीच बेहतर कनेक्टिविटी होगी। पीडब्ल्यूडी विभाग के सूत्रों के मुताबिक एक्सप्रेसवे ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-87 से शुरू होगा।
500 करोड़ से बनेगा पुल
यहां खेड़ी गांव से होते हुए लालपुर गांव से निकलेगा। जिसके बाद यमुना बैंक तक 99 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा। वहीं, यमुना के दोनों किनारों को जोड़ने के लिए 600 मीटर लंबा पुल भी बनाया जाएगा। इस पुल के जरिए यह एक्सप्रेसवे नोएडा के मंगरोली गांव से जुड़ जाएगा। इस पुल के निर्माण पर करीब 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। PWD द्वारा जो DPR तैयार होगी, उसके अनुसार इस प्रोजेक्ट पर 900 करोड़ का खर्चा आएगा। यह पैसा भूमि अधिग्रहण, पुल निर्माण और सड़क निर्माण आदि कार्यों पर खर्च होगा।
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