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…तो गुमनाम हो जाता मधुमिता शुक्ला हत्याकांड! जानें कैसे ‘प्रेग्नेंट’ शब्द ने मचा दिया था पूरे देश में हड़कंप

Madhumita Shukla Murder Case: उत्तर प्रदेश का मधुमिता शुक्ला हत्याकांड (Madhumita Shukla Murder Case) ऐसा मामला था, जिसके खुलने पर यूपी समेत पूरे देश में हड़कंप मच गया था। तत्कालीन मायावती सरकार के कद्दावर मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की गिरफ्तारी हुई। सीबीआई ने इस मामले की जांच की, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मधुमिता शुक्ला […]

Madhumita Shukla Murder Case: उत्तर प्रदेश का मधुमिता शुक्ला हत्याकांड (Madhumita Shukla Murder Case) ऐसा मामला था, जिसके खुलने पर यूपी समेत पूरे देश में हड़कंप मच गया था। तत्कालीन मायावती सरकार के कद्दावर मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की गिरफ्तारी हुई। सीबीआई ने इस मामले की जांच की, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मधुमिता शुक्ला हत्याकांड क्यों और कैसे हुआ? फिर कैसे इस हत्याकांड में उस वक्त के मंत्री अमरमणि त्रिपाठी का नाम आया? आपको बताते हैं इस सनसनीखेज हत्याकांड की पूरी कहानी।

9 मई 2003 का वो दिन...

9 मई 2003 को लखनऊ के निशातगंज थाना क्षेत्र की पेपर मिल कॉलोनी में 24 वर्षीय मधुमिता शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना की जानकारी होने पर पूरे राजधानी क्षेत्र में हडकंप मच गया। सूचना पर पुलिस पहुंची। जांच में सामने आया कि बदमाशों ने फ्लैट के अंदर बेहद करीब से मधुमिता को गोली मारी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। यह भी पढ़ेंः सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को भेजा नोटिस, निधि शुक्ला का दावा- मेरी भी हो जाएगी हत्या

आधे रास्ते से लौटाया मधुमिता का शव

मामला हाईप्रोफाइल था। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस की अभिरक्षा में मधुमिता के शव को उनके गृहजनपद लखीमपुर खीरी पहुंचाया जा रहा था। शव के साथ पुलिस का एक अधिकारी भी था। बताया जाता है कि अधिकारी अपनी गाड़ी में बैठकर मधुमिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पढ़ रहे थे। इसी दौरान उन्होंने में देखा कि हत्या के वक्त मधुमिता 7 माह की प्रेग्नेंट थी। यहीं पर अधिकारी का माथा ठनक गया। उन्होंने तत्काल शव को वापस लाकर दोबारा पोस्टमार्टम कराया।

मधुमिता के गर्भ में था अमरमणि का बच्चा

गर्भस्थ शिशु का डीएनए जांच के लिए भेजा। मधुमिता के साथ रहने वाले नौकर देशराज से भी पुलिस पूछताछ कर रही थी। पूछताछ में सामने आया कि मधुमिता और मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के बीच प्रेम प्रसंग था। इसी बीच मधुमिता के गर्भस्थ शिशु की डीएनए जांच रिपोर्ट भी आ गई। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि बच्चा अमरमणि त्रिपाठी का है। इसके बाद पुलिस ने अमरमणि पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया, हालांकि जांच बेहद संभलकर की जा रही थी, क्योंकि अमरमणि मायावती के कद्दावत मंत्रियों में से एक थे। यह भी पढ़ेंः मधुमिता शुक्ला हत्याकांडः अमरमणि दंपति की जेल से रिहाई, जानें कैसे कपल को मिली राहत

सीबीआई ने की जांच, अमरमणि की गिरफ्तारी

मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला ने केस की पैरवी शुरू कर दी। पूर्व में आरोप लगे कि प्रदेश सरकार केस में मंत्री का बचाव कर रही है। ऐसे में निधि शुक्ला ने केस को किसी दूसरे राज्य में ट्रांसफर कराने की अपील की, जिसके बाद केस को उत्तराखंड में ट्रांसफर किया गया। सीबीआई ने इस केस को अपने हाथों में लिया। अमरमणि की गिरफ्तारी हुई। इसके बाद से अमरमणि त्रिपाठी, उनकी पत्नी और अन्य सहयोगी जेल में हैं। हालांकि केस की पैरवी के दौरान मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला ने कई गंभीर आरोप भी लगाए। उत्तर प्रदेश की खबरों के लिए यहां क्लिक करेंः-


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