Umesh Pal Murder Case: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) के बाद यूपी पुलिस (UP Police) की कार्रवाई और कई नेताओं के बयानों के बाद अतीक अहमद (Atiq Ahmad) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में एक याचिका दायर की थी। इस याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार 17 मार्च की तारीख तय की है।
याचिका में कहा गया था कि उसे सेंटल जेल अहमदाबाद से उत्तर प्रदेश की किसी जेल में शिफ्ट नहीं किया जाए। उसे आशंका है कि इस दौरान किसी फर्जी मुठभेड़ में उसकी हत्या हो सकती है।
याचिकाकर्ता (अतीक अहमद) की ओर से कहा गया है कि उमेश हत्याकांड के मामले में उसे और उसके पूरे परिवार को आरोपी बनाया गया है। साथ ही याचिका में कहा गया है कि यूपी के मुख्यमंत्री ने बिना किसी जांच के आधार पर राज्य विधानसभा में बयान दिया है। इसलिए याचिकाकर्ता और उसके परिवार के जीवन के लिए स्पष्ट खतरा है।
बहाने से फर्जी मुठभेड़ कर सकती है यूपी पुलिसः अतीक
अतीक अहमद ने कहा है कि वह अपने जीवन की सुरक्षा के लिए कोर्ट के सामने याचिका दायर करने के लिए मजबूर है, क्योंकि उसे आशंका है कि यूपी पुलिस की ओर से किसी न किसी बहाने से फर्जी मुठभेड़ में उसे मारा जा सकता है। याचिका में यहां तक कहा गया है कि उसके और परिवार के खिलाफ एक राजनीतिक साजिश की जा रही है।
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यूपी सरकार को निर्देश जारी करने की अपील
अतीक के वकील की ओर से कोर्ट में प्रार्थना की गई है कि वह याचिकाकर्ता के जान की रक्षा के लिए संबंधित अधिकारियों को उचित निर्देश जारी करें। याचिकाकर्ता की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिवादी सरकार को निर्देश देने की मांग की गई है।
अशरफ की जेल शिफ्टिंग को लेकर उड़ी ये अफवाह
दूसरी ओर अतीक अहमद के परिवार के खिलाफ हो रही कार्रवाई के बाद सोशल मीडिया पर भी काफी मैसेज और सूचनाएं वायरल हो रही हैं। एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि बुधवार को अतीक के बाई अशरफ के बरेली से मेरठ जेल में शिफ्ट होने की अफवाह उड़ गई, लेकिन अधिकारियों ने इसे खारिज कर दिया।
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