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Stray Dogs Attack: बरेली में कुत्तों ने 3 साल की बच्ची को नोच-नोच कर मार डाला, शरीर पर घाव के 200 निशान मिले

Stray Dogs Attack: बरेली के सीबी गंज इलाके के बंदिया गांव में आवारा कुत्तों ने 3 साल की बच्ची को नोच-नोच कर मार डाला। डॉक्टरों के मुताबिक, बच्ची के शरीर पर कुत्ते के काटने के कम से कम 200 निशान थे। मृत बच्ची की पहचान परी के रूप में हुई है। वो चार बहनों और […]

Stray Dogs Attack: बरेली के सीबी गंज इलाके के बंदिया गांव में आवारा कुत्तों ने 3 साल की बच्ची को नोच-नोच कर मार डाला। डॉक्टरों के मुताबिक, बच्ची के शरीर पर कुत्ते के काटने के कम से कम 200 निशान थे। मृत बच्ची की पहचान परी के रूप में हुई है। वो चार बहनों और एक भाई में सबसे छोटी थी।
पेशे से मजदूर अवधेश गंगवार की बेटी परी मंगलवार शाम घर के आंगन में खेल रही थी। उसकी बड़ी बहन सुनीता खाना बना रही थी। थोड़ी देर बाद परी घर से बाहर निकल गई, जहां करीब सात से आठ कुत्तों ने उसे नोच-नोच कर मार डाला।

बचाने पहुंचा युवक, कुत्तों ने उसे भी काटा

स्थानीय लोगों के मुताबिक, एक युवक ने बच्ची की चीखें सुनी तो उसे बचाने के लिए घटनास्थल पर पहुंचा। बच्चों को बचाने के दौरान कुत्तों ने युवक को भी काटा। इसके बावजूद युवक ने बच्ची को कुत्तों के चंगुल से छुड़ाकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। और पढ़िएHathras Rape and Murder Case: कोर्ट से 3 आरोपी बरी, एक दोषी करार; पीड़ित परिवार बोला- HC जाएंगे परी के चाचा जितेंद्र कुमार ने कहा, "बच्ची खेलते-खेलते घर से बहुत दूर चली गई थी, इसलिए परिवार का कोई सदस्य उसकी आवाज नहीं सुन सका। उन्होंने कहा कि कुत्तों ने बच्ची को करीब 50 मीटर तक घसीटा और पूरे शरीर पर काट लिया, जिससे गहरी चोटें आईं।

नगर निगम को कुत्तों के खतरे से निपटने के निर्देश

सीबी गंज के एसएचओ अशोक कुमार ने कहा, 'हमने घटना की पुष्टि के लिए एक टीम गांव में भेजी है। परिवार ने पोस्टमार्टम के लिए शव देने से इनकार कर दिया और हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार उसे दफना दिया। नगर निगम को घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है और आवारा कुत्तों के खतरे से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।

हाल के दिनों में गांव में कुत्तों के हमले के 15 मामले आए

गांव के जोगेंद्र कुमार के मुताबिक, इलाके में कुछ अवैध बूचड़खाने चल रहे थे और आवारा कुत्ते बूचड़खाने के कचरे को अपना निवाला बनाते थे, लेकिन अब बूचड़खानों को बंद कर दिया गया है जिससे आवारा कुत्ते भूखे रहते हैं और अब ये हिंसक हो गए हैं। स्थानीय लोग इन जानवरों को रोज खाना खिलाने की स्थिति में नहीं हैं। आवारा कुत्तों के खतरे के संबंध में गांव के लोगों ने नगर निकाय को कई बार सूचित किया है, लेकिन नगर निगम का अभियान कुछ कुत्तों को पकड़ने के बाद खत्म हो जाता है। हाल के दिनों में गांव में कुत्तों के काटने के 15 मामले सामने आए हैं। और पढ़िए‘वारिस पंजाब दे’ के चीफ अमृतपाल और समर्थकों को गिरफ्तार करो, वरना… पंजाब कांग्रेस का पुलिस को अल्टीमेटम

बंदिया गांव में इस तरह की ये तीसरी घटना

सीबी गंज के बंदिया गांव में इस तरह की यह तीसरी घटना है। 27 अप्रैल 2021 को गांव में 10 वर्षीय मोरपाल और जुलाई 2020 में 7 वर्षीय बच्ची रोहिणी को आवारा कुत्तों ने नोच-नोच कर मार डाला था। पिछले साल 15 मार्च को रामपुर में एक 7 साल के बच्चे को आवारा पशुओं ने मार डाला था, जबकि दिसंबर 2021 में पीलीभीत में एक 8 साल की बच्ची को मार डाला था। ऐसी ही एक घटना हाल ही में हैदराबाद में हुई थी जिसमें एक हाउसिंग सोसाइटी में चार साल के एक बच्चे को कुत्तों ने मार डाला था। घटना के सीसीटीवी फुटेज सामने आए थे जिसमें आवारा कुत्ते बच्चे को नोचते और घसीटते दिखे थे। और पढ़िए प्रदेश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें


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