उत्तर प्रदेश के मेरठ में सौरभ राजपूत हत्याकांड के आरोपी मुस्कान रस्तोगी और साहिल शुक्ला से जेल में मारपीट और दुर्व्यवहार होने की बात सामने आई थी। इस पर चौधरी चरण सिंह जेल के जेलर वीरेश राज ने स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा कि साहिल के साथ जेल में पिटाई की खबर गलत है। साहिल के साथ कोई मारपीट या गलत व्यवहार नहीं हुआ है। इसकी जानकारी सूचना विभाग को दी गई है।
साहिल ने बाल कटवाने को कहा था तो उसके बाल कटवा दिए हैं। नानी उसके कपड़े लेकर आई थी, जो उसने नहा-धोकर पहन लिए थे। फिलहाल साहिल जेल में कोई काम नहीं कर रहा है, लेकिन 10 दिन पूरे होने के बाद उसे काम पर लगाया जा सकता है। उसने अपने केस की पैरवी के लिए सरकारी वकील मांगा है, जो उपलब्ध कराया जाएगा। उसने कोई किताब या कोई और चीज नहीं मांगी है।
कैसे हुई नानी से मुलाकात?
जेल अधीक्षक वीरेश ने बताया कि साहिल ने अपनी नानी पुष्पा देवी से मुलाकात की इच्छा जताई थी। पुष्पा देवी से पूछा गया कि क्या वे साहिल से मिलना चाहती हैं तो उन्होंने हामी भरी। इसके बाद साहिल की नानी ने नियमों के अनुसार मुलाकात की पर्ची भरी। नानी-दादी भी परिवार का हिस्सा होती हैं, इसलिए नानी को मिलने की परमिशन दी गई। वे साहिल के कपड़े और खाने का सामान लाई थीं। कुछ मिनट ही सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में दोनों की मुलाकात कराई गई। जेल प्रशासन की ओर से उनकी बातचीत का खुलासा नहीं किया जा सकता था, नियम इसकी आज्ञा नहीं देते।
जेलर ने बताया कि साहिल और मुस्कान 19 मार्च से जेल में हैं। उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। दोनों को अभी तक वकील नहीं मिला है। बाहर कोई वकील उनका केस लेने को तैयार नहीं है। इसलिए दोनों ने सरकारी वकील की मांग की है। जेल जाने के बाद दोनों को नशा और शराब नहीं मिला तो उनकी हालत खराब हो गई थी। इसलिए उन्हें जेल के अंदर बने नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। वहां उन्हें मेडिटेशन कराया गया और अब दोनों की हालत ठीक है। दोनों खाना खाने लगे हैं और जल्दी ही उनके बयान लेकर चार्जशीट कोर्ट में पेश की जाएगी।