उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 500 साल बाद आखिरकार वो शुभ घड़ी आ ही गई है। लंबे संघर्ष के बाद रामलला अयोध्या में अपने जन्मस्थल पर विराजमान हो गए हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े अपडेट्स के लिए देखते रहिये