नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) से उड़ान भरने का आपका सपना जल्द पूरा हो सकता है। इसको लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। यहां नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो की टीम एयरपोर्ट पर निरीक्षण करने पहुंची। इस एयरपोर्ट से इसी महीने उड़ान शुरू करने की योजना है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगले दो दिनों में इस एयरपोर्ट को एरोड्रम लाइसेंस मिल सकता है। इस लाइसेंस के तहत ही किसी एयरपोर्ट को उड़ान के संचालन की मंजूरी मिलती है।
टीम ने बनाई रिपोर्ट
इस एयरपोर्ट पर पहले भी टीम दो दिन के लिए आई थी और निरीक्षण किया था। लेकिन उस वक्त कुछ कमियां मिली थी, जिसके बाद सोमवार को टीम फिर निरीक्षण के लिए पहुंची। इस टीम ने एंटी-हाइजैक सिस्टम, बम स्क्वायड, थ्री-डी रडार, सीसीटीवी कैमरे, स्कैनिंग सिस्टम, एंट्री कंट्रोल प्वाइंट्स और आउट सर्किल सिक्यूरिटी जैसे प्वाइंट्स का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद टीम ने इन सभी प्वाइंट्स को ध्यान में रखते हुए अपनी रिपोर्ट बनाई। इसके बाद ये रिपोर्ट जल्द ही नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को सौंपी जाएगी।
---विज्ञापन---
यह भी पढ़ें : यमुना एक्सप्रेसवे से 16 मददगार सीधे ले जाएंगे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जानें क्या है प्लान ?
---विज्ञापन---
डीजीसीए की हरी झंडी का इंतजार
डीजीसीए इस रिपोर्ट को आधार बनाते हुए जेवर एयरपोर्ट को एरोड्रम लाइसेंस जारी करेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह लाइसेंस 4 दिसंबर को मिल सकता है। संभावना ये भी जताई जा रही है कि अगर 4 दिसंबर को लाइसेंस मिल जाता है तो एक सप्ताह के भीतर एयरपोर्ट का उद्घाटन हो सकता है। हालांकि, सरकार की ओर से उद्धाटन को लेकर कोई आधिकारिक तारीख का ऐलान नहीं किया गया है।
यह भी पढ़ें : UP के वो 8 नए एक्सप्रेसवे, जिनसे कनेक्ट होंगे 4 राज्य और 30 जिले, कुछ का निर्माण कार्य हो चुका शुरू
कितनी है क्षमता
एयरपोर्ट के पहले चरण में हर साल 1.2 करोड़ यात्रियों की क्षमता होगी। शुरुआत साल में करीब 60 लाख यात्रियों के सफर की संभावना है। यहां से शुरुआत में देश के 10 बड़े शहरों के लिए उड़ान शुरू होगी। इसके बाद इस एयरपोर्ट से दूसरे शहरों के लिए उड़ान भी जोड़ी जाएगी। यह भी बताया जा रहा है कि इस एयरपोर्ट से जुलाई 2026 से इंटरनेशनल फ्लाइट्स भी शुरू होने की संभावना है।