TrendingYear Ender 2025T20 World Cup 2026Bangladesh Violence

---विज्ञापन---

बिजली ने छीना नोएडा और गाजियाबाद का गंगाजल, 15 लाख लोग तरसे, जानिए पूरा मामला

Uttar Pradesh Noida News : नोएडा और गाजियाबाद के लोगों को गंगाजल नहीं मिल रहा है। जिसके चलते दोनों शहरों के करीब 15 लाख लोग परेशान हैं। बताया जा रहा है कि सिद्धार्थ विहार स्थित गंगाजल प्लांट का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है। इसी वजह से दोनों शहरों में गंगाजल की सप्लाई ठप पड़ गई है।

Gangajal
Uttar Pradesh Noida News (जुनेद अख्तर) : नोएडा और गाजियाबाद में गंगाजल की सप्लाई की जाती है। दोनों शहरों में करीब 15 लाख लोगों को गंगाजल मिलता है। बताया जा रहा है कि पिछले करीब 24 घंटे से इन लोगों को पानी नहीं मिला है। इसके पीछे का कारण जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। 3.50 करोड़ रुपये बिजली का बकाया दरअसल, सिद्धार्थ विहार में गंगाजल का प्लांट लगा है। यहां सिद्धार्थ विहार और प्रताप विहार बिजली घर से बिजली सप्लाई की जाती है। बुधवार को बिजली निगम ने गंगाजल प्लांटों का बिजली कनेक्शन काट दिया। लगभग 3.50 करोड़ रुपये के बकाया भुगतान न होने के कारण यह कदम उठाया गया है, जिससे ट्रांस हिंडन, सिद्धार्थ विहार और नोएडा में गंगाजल की आपूर्ति प्रभावित हो गई है। नोटिस का जवाब न मिलने पर एक्शन उत्तर प्रदेश जल निगम के अनुसार, नगर निगम, आवास विकास परिषद और नोएडा अथॉरिटी पर गंगाजल आपूर्ति का करोड़ों रुपये बकाया है। कई वर्षों से इन विभागों ने भुगतान नहीं किया, जिसके कारण बिजली निगम को बार-बार नोटिस भेजने पड़े। बुधवार दोपहर करीब 1:02 बजे बिजली निगम ने वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों के बिजली कनेक्शन काट दिए। शाम के समय जब गंगाजल नहीं आया तो लोगों ने अधिकारियों को फोन किया। जब जाकर बिजली कनेक्शन काटे जाने का पता चला। बिना गंगाजल कैसे चलेगा काम? गंगाजल की आपूर्ति बाधित होने से लोगों को पानी स्टोर करके काम चलाना पड़ा। अगर जल्द ही बिजली कनेक्शन बहाल नहीं हुआ तो नोएडा और गाजियाबाद के हजारों घरों में पानी की भारी किल्लत होगी। खासकर अपार्टमेंट्स, सोसायटियों और बड़े इलाकों में टैंकरों की मांग बढ़ सकती है। [poll id="77"] जल्द समाधान नहीं हुआ तो बढ़ेगी मुश्किलें बताया जा रहा है कि अगर जल्द ही बकाया भुगतान नहीं हुआ तो पेयजल संकट और गहराएगा। अधिकारियों के अनुसार, जब तक बकाया नहीं चुकाया जाता, तब तक गंगाजल की आपूर्ति बहाल करना संभव नहीं होगा। इसके बाद आने वाले दिनों में लाखों लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।


Topics:

---विज्ञापन---