Crime News: उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले की सफीपुर कोतवाली थाना प्रभारी अशोक कुमार ने रविवार देर रात अपने सरकारी आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना तब सामने आई जब एक कांस्टेबल उन्हें बुलाने उनके सरकारी आवास पर गया था। उसने अंदर देखा कि रस्सी के सहारे थाना प्रभारी का शव लटका हुआ था।
सूचना पर थाने पहुंचे सभी अधिकारी
कांस्टेबल ने तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने एहतियात के तौर पर अशोक के शव को उतारकर तुरंत सीएचसी सफीपुर पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने इंस्पेक्टर को मृत घोषित कर दिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह समेत काफी संख्या में अधिकारी मौके पर पहुंचे।
2012 बैच के सब इंस्पेक्टर थे अशोक
एएसपी ने बताया कि अशोक कुमार मूलरूप से अमरोहा के रहने वाले थे। करीब एक साल पहले उनकी इंस्पेक्टर पद पर पदोन्नति हुई थी। एएसपी ने कहा कि एक महीने पहले ही अशोक लखीमपुर से ट्रांसफर होकर उन्नाव आए थे। यहां उन्हें सफीपुर कोतवाली प्रभारी का चार्ज दिया गया था। 2012 बैच के सब इंस्पेक्टर अशोक कुमार प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बने थे।
गश्त के लिए बुलाने गया था सिपाही
अधिकारी ने मीडिया को बताया कि रात को गश्त पर जाने के लिए थाने का एक कांस्टेबल उन्हें बुलाने के लिए उनके सरकारी आवास पर गया था। जहां उसने देखा कि प्रभारी को रस्सी के सहारे फंसे से लटका हुआ था। इस पर कांस्टेबल चीखते हुए बाहर आया और अधिकारियों का मामले की जानकारी दी।
फांसी से पहले पत्नी से की फोन पर बात
पुलिस अधीक्षक उन्नाव सिद्धार्थ शंकर मीणा ने बताया कि प्रथम दृष्टया स्टाफ से मिली जानकारी के अनुसार आत्मघाती कदम उठाने से पहले अशोक ने अपनी पत्नी से फोन पर बात की थी। इसके बाद वह अपने कमरे में चले गए। कुछ देर बाद फांसी लगाने की खबर सामने आई। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
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