UP News: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना को गुरुवार को मेरठ एसटीएफ ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। एसटीएफ ने यह कार्रवाई मेरठ जिले में ही की है। बताया गया है कि अनिल 10 अप्रैल को ही जमानत पर जेल से बाहर आया था। पुलिस सूत्रों का दावा है कि वह किसी बड़ी वारदात की फिराक में था।
कई जिलों में दर्ज हैं 64 मुकदमे
अनिल दुजाना का असली नाम अनिल नागर था। वह ग्रेटर नोएडा के दुजाना गांव का रहने वाला था। उसने नोएडा से ही अपराध की दुनिया में कमद रखा। इसके बाद एक-एक करके बड़े क्राइम करता चला गया। अभी तक की जानकारी के मुताबिक अनिल के खिलाफ पश्चिमी यूपी के कई जिलों में 64 मुकदमे दर्ज थे।
बताया गया है कि इनमें से सिर्फ हत्या के ही 18 मुकदमे थे। वर्ष 2021 में अनिल ने गाजियाबाद के साहिबाबाद में एक शादी के दौरान शूटआउट किया था, जिसमें 3 लोगों की मौत हुई थी।
नोएडा-गाजियाबाद के कारोबारियों से लेता था रंगदारी
सूत्रों के मुताबिक अनिल दुजाना के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती, लूट, बवाल, रंगदारी, अपहरण, गैंगस्टर और एनएसए तक के मुकदमे दर्ज थे। अनिल दुजाना कई बार जेल में भी रहकर आया था। कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अनिल ने नोएडा, गाजियाबाद समेत कई बड़े बिल्डरों और कारोबारियों से रंगदारी वसूली थी। इनके भी मुकदमे दर्ज हैं।
अनिल को बुलेटप्रूफ जैकेट पहना कर कोर्ट में पेश करती थी पुलिस
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अनिल दुजाना और सुंदर भाटी गैंग में खूनी रंजिश चलती थी। दोनों में गैंगवार हुईं, जिनमें दोनों गैंग के कई गुर्गों की हत्याएं हुईं। बताया जाता है कि वर्ष 2012 में अनिल दुजाना और उसके गैंग ने सुंदर भाटी गैंग पर एके-47 से हमला किया था। उस वक्त पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई थी। इसके बाद पुलिस ने दुजाना को गिरफ्तार किया था। उस पर हमला न हो जाए, इसलिए पुलिस बुलेटप्रूफ जैकेट पहना कर अनिल की कोर्ट में पेशी कराती थी।