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Basti SP के एक फैसले से मचा हड़कंप, एक साथ 37 पुलिसकर्मियों पर एक्शन

बस्ती जिले में पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। एसपी अभिनंदन ने 37 सिपाहियों को एक साथ पुलिस लाइन अटैच किया। यह कार्रवाई दुबौलिया थाना क्षेत्र में नाबालिग की मौत से जुड़े पुलिस के खिलाफ आरोपों के बाद की गई।

वसीम सिद्दकी/बस्ती बस्ती जिले की पुलिसिंग में भूचाल आ गया। एसपी अभिनंदन ने एक साथ 37 सिपाहियों को लाइन से अटैच कर दिया। लगभग सभी थानों से एसपी ने कई पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन अटैच कर दिया है। एक-दो नहीं, बल्कि एक साथ 37 पुलिसकर्मियों के लाइन से अटैच किए जाने से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि ये पुलिसकर्मी या तो लंबे समय से थानों पर अंगद की तरह पैर जमाए हुए थे या इनके खिलाफ शिकायत थी। बस्ती जिले के कई थानों पर अपने रसूख के दम पर कई सिपाही कई सालों से तैनात थे, ना तो इनका कभी ट्रांसफर होता था और ना ही कोई कार्रवाई होती थी, लेकिन एसपी अभिनंदन ने एक साथ 37 पुलिसकर्मियों को लाइन से अटैच कर साफ तौर पर संदेश दिया है कि कोई कितना भी रसूखदार हो, अगर कानून व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त नहीं होगी तो इस तरह की कार्रवाई होगी। एसपी के इस कदम से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।

दुबौलिया पुलिस पर लगे थे गंभीर आरोप

माना जा रहा है कि दुबौलिया थाना क्षेत्र के उभाई गांव में पुलिस की पिटाई से नाबालिग युवक की मौत के आरोप के बाद यह कार्रवाई की गई है। नाबालिग की मौत का मामला सामने आने के बाद कई नेता गांव में पहुंचे थे और परिवार के साथ हमदर्दी दिखाई थी। इतना ही नहीं, घटना के बाद लोगों में पुलिस के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश भी देखा गया था। घटना के बाद इतनी बड़ी संख्या में सभी थानों से पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन से अटैच किया जाना इस बात का संकेत माना जा रहा है कि एसपी अभिनंदन एक्शन में आ गए हैं। माना जा रहा है कि पुलिस के खिलाफ नाराजगी, शिकायत और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए यह फेरबदल किया गया है। वहीं दुबौलिया थाने की पुलिस पर नाबालिग की पिटाई करने का आरोप लगने के बाद तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया था, जिसमें एक SO, एक SI और एक सिपाही शामिल था। यह भी पढ़ें : पहले पिता के साथ धोखा, फिर पड़ोसी को बनाया शिकार…आधार कार्ड से कैसे हुआ बड़े गैंग का खुलासा? आपको बता दें, इससे पहले कई पुलिस कर्मियों की शिकायत होती थी, लेकिन उनका ट्रांसफर नहीं होता था, जिसकी वजह से यह एक ही थानों पर वर्षों तक जमे रहते थे।


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