Ayodhya Ram Mandir Updates: राम मंदिर अयोध्या एक बार चर्चा में है और इस बार चर्चा की वजह राम मंदिर अयोध्या के निर्माण कार्य का पूरा होना है. जी हां, राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने वाला है और अगले महीने प्रधानमंत्री मोदी राम मंदिर को एक खास तोहफा देने जा रहे हैं. इसके साथ ही राम मंदिर में रामलला के दर्शन करने के लिए एक नई व्यवस्था भी देखने को मिलेगी. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की धार्मिक समिति के अध्यक्ष गोविंददेव गिरि ने यह जानकारी दी.
क्या होगी दर्शन करने की नई व्यवस्था?
बता दें कि अयोध्या राम मंदिर का निर्माण अंतिम चरण में है, लेकिन निर्माण कार्य पूरी तरह से कंप्लीट होने में समय लगेगा, क्योंकि गर्भगृह का निर्माण कंक्रीट से किया जा रहा है, इसलिए मंदिर निर्माण समिति ने ऐसी कोई डेडलाइन नहीं दी है कि इस तारीख तक राम मंदिर बनकर पूरी तरह से तैयार हो जाएगा. वहीं गर्भगृह के प्लिंथ बीम की ढलाई का काम पूरा हो गया है. अब छत की ढलाई का काम शुरू होगा.
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गर्भगृह को एक खास शीशे से कवर करने की योजना है, जिससे भविष्य में श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे. जहां रामलला को प्रतिष्ठित किया गया था, उस जगह भी विशेष प्रकार का निर्माण कार्य होना है. गर्भगृह की छत 14 खंभों पर खड़ी होगी, जो लड़की के होंगे और जिन पर न टूटने वाला शीशा लगाया जाएगा. गर्भगृह का निर्माण भी कंपनी लार्सन एंड टुब्रो कर रही हैं. टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स निर्माण कार्य में सहयोग कर रही है.
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प्रधानमंत्री मोदी फहराएंगे भगवा धर्म ध्वज
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर अयोध्या के शिखर पर 161 फीट ऊंचा केसरिया रंग का धर्म ध्वज फहराएंगे. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की धार्मिक समिति के अध्यक्ष गोविंददेव गिरि ने बताया कि केसरिया रंग की धर्म ध्वजा की 22 फीट लंबी और 11 फीट चौड़ी होगी. इस पर धर्म, शक्ति और सत्य के प्रतीक तीन चिह्न अंकित होंगे. सूर्यवंश का प्रतीक सूर्य, कोविदार वृक्ष का चिह्न एवं ओंकार चिह्न भी अंकित होगा.
राम मंदिर के मुख्य शिखर के साथ-साथ सभी 7 मंदिरों के शिखर पर भी इस ध्वजा को फहराया जाएगा. ध्वजा के लिए स्तंभ का निर्माण कार्य चल रहा है और ध्वजा फहराने की तारीख जल्दी ही घोषित की जाएगी. वैसे राम-सीता विवाह की पंचमी के दिन 25 नवंबर 2025 दिन गुरुवार को समारोह हो सकता है और 5 दिन पहले 21 नवंबर से अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत को भी बुलाया जाएगा.