Atiq Ashraf Murder: गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद हत्याकांड में गुरुवार को एक बड़ा अपडेट आया है। हत्या के मुख्य आरोपी लवलेश तिवारी के तीन दोस्तों को उत्तर प्रदेश के बांदा में एसआईटी ने हिरासत में लिया है। अधिकारियों ने बताया कि तीनों को बांदा रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया। आगे की जांच के लिए एसआईटी की टीम हमीरपुर और कासगंज भी पहुंची है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार को कौशांबी में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश में छापेमारी की। यहां कुछ अपराधियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद तलाशी अभियान चलाया गया। अभियान करीब 2 घंटे तक चला। अभियान में एक ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया गया।
उत्तर प्रदेश के झांसी में 3 अप्रैल को एक मुठभेड़ में अतीक अहमद के बेटे असद के मारे जाने के बाद 5 अप्रैल को अशरफ अहमद और अशरफ अहमद की प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात के दौरान अतीक और अशरफ को पुलिस मेडिकल के लिए ले गई थी।
अतीक और अशरफ की हत्या के मामले में घटनास्थल से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनकी पहचान अरुण मौर्य, सनी सिंह और लवलेश तिवारी के रूप में की गई। तीनों हमलावरों को पुलिस की हिरासत में रखा गया है और पूछताछ की जा रही है।
चार दिन की हिरासत में हैं तीनों आरोपी
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सीजेएम कोर्ट ने बुधवार को गैंगस्टर अतीक अहमद के हत्यारों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। विशेष जांच दल ने तीनों आरोपियों से पूछताछ के लिए रिमांड की मांग करते हुए अदालत में अर्जी दाखिल की थी। उन्हें पहले 16 अप्रैल को जिला अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
पुलिस रिमांड के दौरान पुलिस आरोपियों से 15 अप्रैल की रात अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या में प्रयुक्त हथियार के बारे में पूछताछ करेगी कि हथियार कहां से आया और किसने दिया? बता दें कि अतीक अहमद 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या और इस साल फरवरी में बसपा नेता की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या का आरोपी था।