Ankita Bhandari Murder Case: उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) में सरकार ने बड़ा फैसला किया है। अंकिता के पिता की मांग पर धामी सरकार ने सरकारी वकील (विशेष लोक अभियोजक) को बदल दिया है। अब पीड़ित परिवार की ओर से अधिवक्ता अवनीश नेगी केस को लड़ेंगे। पहले इस मामले की पैरवी अधिवक्ता जितेंद्र रावत कर रहे थे।
पीड़ित परिवार ने सरकार से की थी मांग
जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड की पूर्व में कोर्ट में पैरवी (विशेष लोक अभियोजक) के लिए अधिवक्ता जितेंद्र रावत को नियुक्त किया गया था। इसी बीच विपक्ष और अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी ने आरोप लगाया था कि जितेंद्र कोर्ट में कमजोर पैरवी कर रहे हैं। इससे केस पर असर पड़ रहा है।
बताया गया है कि अंकिता के पिता ने पूर्व में संबंधित अधिकारियों को इस बारे में पत्र भी लिखा गया था। इसमें मांग की गई थी कि अधिवक्ता अवनीश नेगी को विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया जाए। अब सरकार ने पीड़ित परिवार की मांग को मान लिया है।
सरकार ने की नियुक्ति
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, उत्तराखंड सरकार ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में कोर्ट के सामने पेश होने के लिए वकील अवनीश नेगी को सरकारी वकील (विशेष लोक अभियोजक) नियुक्त किया है। बताया गया है कि अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी के अनुरोध पर नई नियुक्ति की गई है।
क्या था अंकिता भंडारी हत्याकांड?
बता दें कि ऋषिकेश के वनंतारा रिजॉर्ट में अंकिता भंडारी रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी। एक दिन अंकिता अचानक लापता हो गई। परिवार वालों ने रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य पर गंभीर आरोप लगाते हुए मदद की गुहार लगाई थी। जांच में जुटी पुलिस ने 24 सितंबर को चिल्ला नहर से अंकिता का शव बरामद किया गया था। जांच में सामने आया था कि पुलकित आर्य अपने रिजॉर्ट में अंकिता को गलत काम करने के लिए दबाव बना रहा था।
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