Anil Dujana Encounter: उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना को यूपी एसटीएफ ने मेरठ में एनकाउंटर के दौरान मार गिराया है। कानूनी प्रक्रिया के गैंगस्टर के परिवार को उसका शव सौंप दिया गया है। बताया गया है कि आज (शुक्रवार) अनिल दुजाना के शव को मेरठ से दुजाना गांव (ग्रेटर नोएडा) लाया जा रहा है। गांव में भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई है।
गांव वालों को मीडिया से मिली एनकाउंटर की जानकारी
स्थानीय लोगों और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब एक दशक बाद दुजाना गांव में अनिल दुजाना के घर को खोला जा रहा है। यहीं उसका अंतिम संस्कार करने की तैयारी की जा रही है। गांव वालों ने बताया कि गुरुवार दोपहर में उन्होंने मीडिया में अनिल दुजाना के एनकाउंटर की खबरें देखी थीं। इसके बाद गांव वाले अनिल के घर के पास जमा हो गए।
अनिल का कोई भाई गांव में नहीं रहता
खुद को अनिल के परिवार का रिश्तेदार बताने वाले महिपाल सिंह ने दावा किया है कि उसके परिवार के सदस्य शुक्रवार को गांव आएंगे। उन्होंने बताया कि दुजाना गांव में अनिल के चार भाइयों में से कोई नहीं रहता है। सभी भाइयों की पत्नियां और बच्चे वर्तमान में बागपत में रहते हैं। पिछले कई वर्षों से उनके घरों पर ताले लगे हुए हैं।
15-17 साल से गांव नहीं आया था अनिल
गांव वालों ने बताया कि अनिल दुजाना गांव में 15-17 साल से नहीं आया। वो कभी-कभार गांव में अपने रिश्तेदारों को फोन किया करता था। उधर गांव के युवाओं का कहना है कि उन्होंने सिर्फ अनिल दुजाना का नाम ही सुना था। उसे कभी नहीं देखा। नोएडा पुलिस का कहना है कि गांव में अधिकारियों के साथ फोर्स की तैनाती की गई है।
कुल 64 मुकदमे, हत्या के 18 केस
बता दें कि मेरठ में यूपी एसटीएफ ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना को मुठभेड़ में मार गिराया था। अनिल का असली नाम अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना था। वहीं ग्रेटर नोएडा के बादलपुर कोतवाली क्षेत्र के दुजाना गांव का रहने वाला था। गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर और दिल्ली में 64 मुकदमे दर्ज थे। इनमें से हत्या के 18 मुकदमे थे।
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