Trendingipl auctionPollutionparliament

---विज्ञापन---

नाइट ड्रेस में पेरेंट्स की No Entry, इस शहर के स्कूल संचालकों ने निकाला फरमान

Rajkot School Operators Guidelines: ठाकुर भूपेन्द्र सिंह, राजकोट: स्कूल में छात्रों के लिए तो नियम बनाए ही जाते हैं, लेकिन गुजरात के राजकोट में अलग ही मामला सामने आया है। यहां के स्कूलों ने अच्छे संस्कारों का हवाला देते हुए अभिभावकों के लिए गाइड लाइन जारी की है। राजकोट के निजी स्कूलों में अब अभिभावकों […]

rajkot school operators issued guidelines parents no entry in night dress
Rajkot School Operators Guidelines: ठाकुर भूपेन्द्र सिंह, राजकोट: स्कूल में छात्रों के लिए तो नियम बनाए ही जाते हैं, लेकिन गुजरात के राजकोट में अलग ही मामला सामने आया है। यहां के स्कूलों ने अच्छे संस्कारों का हवाला देते हुए अभिभावकों के लिए गाइड लाइन जारी की है। राजकोट के निजी स्कूलों में अब अभिभावकों की एंट्री तभी होगी, जब वह साधारण कपड़े पहनकर आएंगे। नाइट ड्रेस सहित छोटी ड्रेस में आने वाले अभिभावकों को स्कूल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।

सभी स्कूलों में किया जा सकता है लागू 

गुजरात के राजकोट में प्राइवेट स्कूलों में अब बच्चों के साथ स्कूल आने वाले अभिभावकों को भी नियमों का पालन करना पड़ेगा। राजकोट शहर के प्राइवेट स्कूलों में इसे लागू किया गया है। वहीं संभावना जताई जा रही है कि आने वाले समय में यह आदेश राजकोट जिले के सभी स्कूलों में लागू किया जा सकता है। अभी ये फैसला राजकोट स्कूल संचालक मंडल ने लागू किया है। इस मामले में स्कूल संचालकों का कहना है कि स्कूल एक मंदिर है, यहां नाइट ड्रेस और बरमूडा पहनकर नहीं आ सकते। बच्चों को प्रेरणा मिले वैसे ही कपड़ों में कैंपस आना होगा। राजकोट शहर के सभी प्राइवेट स्कूल में यह नियम लागू होगा। शिष्ट भंग करने वालों को गेट पर ही रोक दिया जाएगा।

बच्चों में अच्छी आदतें विकसित होंगी

स्कूलों में अनुशासित और गरिमामय माहौल बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। संचालक मंडल का कहना है कि इससे बच्चों में अच्छी आदतें विकसित होंगी। मंडल के अनुसार, राजकोट के अधिकांश स्कूलों में माता-पिता, जब अपने बच्चों को सुबह जल्दी स्कूल छोड़ते हैं या सुबह पीटीएम में आते हैं तो वे नाइट ड्रेस में होते हैं जो बिलकुल गलत है। अब इस फैसले का स्वागत राजकोट डीईओ ने भी करते हुए कहा है कि आने वाले दिनों में पूरे जिले में इसे लागू करने पर विचार होगा।

डीईओ ने दिया बयान 

DEO राजकोट बी एस कैला ने कहा- जैसे मंदिर और कुटुंब के अलग-अलग नियम होते हैं, ठीक वैसे ही स्कूल के भी नियम का पालन करना जरूरी होगा। आजकल एक बात ध्यान में आई है कि अभिभावक उचित न हो वैसे कपड़े पहनकर आते हैं। स्कूल संचालक मंडल के नियम को लेकर हम चर्चा करेंगे। सभी को स्कूल में मर्यादा में आना चाहिए। ऐसे फैसलों से बच्चों में अच्छे संस्कार आते हैं।


Topics:

---विज्ञापन---