के जे श्रीवत्सन, जयपुर: स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने सेकंड ग्रेड टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में डूंगरपुर के रहने वाले आरपीएससी मेंबर बाबू लाल कटारा को गिरफ्तार किया गया है। कटारा 15 अक्टूबर 2020 में आरपीएससी के मेंबर बने थे। आरपीएससी मेंबर से आरोपियों की दोस्ती पिछले 4 साल से थी। यह भी बात सामने आई है कि सेकंड परीक्षा की तैयारियों के समय वे कटारा के संपर्क में थे।
कल एसओजी करेगी प्रेस कॉन्फ्रेंस
मामले को लेकर कल एसओजी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बाबूलाल कटारा की भूमिका के बारे में बताएगी। बाबूलाल कटारा का भांजा विजय कटारा भी इस मामले में डूंगरपुर से गिरफ्तार हुआ है। इस मामले में एसओजी ने पहले ही शेर सिंह को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के बाद ही यह पूरी कार्रवाई हुई है। चोमूं निवासी अनिल उर्फ शेर सिंह मीणा ने कबूल किया था कि उसने आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा से पेपर खरीदा था। इसके बाद उसने सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण को 1 करोड़ रुपए में परीक्षा पर्चे बेच दिए थे।
सरकार सख्त से सख्त सजा दिलवाना सुनिश्चित करेगी
सीएम अशोक गहलोत ने भी इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखा कि सेकंड ग्रेड टीचर पेपर लीक के मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य बाबूलाल कटारा एवं अन्य दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। युवाओं के हितों के खिलवाड़ करने वाला किसी भी स्तर का व्यक्ति हो, सरकार उसे सख्त से सख्त सजा दिलवाना सुनिश्चित करेगी।