Trendingipl auctionPollutionparliament

---विज्ञापन---

Rajasthan Election 2023: राहुल गांधी की मानगढ़ धाम में सभा आज, चुनाव से पहले आदिवासियों को साधेगी कांग्रेस!

Rajasthan Election 2023: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी राजस्थान के दौरे पर हैं। यहां वे बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसको लेकर मानगढ़ धाम में सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हो चुकी हैं। मानगढ़ धाम पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका है। कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया ने […]

Rajasthan Election 2023: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी राजस्थान के दौरे पर हैं। यहां वे बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसको लेकर मानगढ़ धाम में सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हो चुकी हैं। मानगढ़ धाम पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका है। कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया ने जानकारी देते हुए बताया कि राहुल गांधी का परंपरागत वेश भूषा और गाजेबाजे के साथ भव्य स्वागत किया जाएगा। इस दौरान उनको आदिवासी पगड़ी पहनाई जाएगी।

ये नेता रहेंगे मौजूद

कार्यक्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, सीएम अशोक गहलोत, कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय, जनजाति राज्य मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया, गोविंद सिंह डोटासरा, सुखविंदर सिंह रंधावा के अलावा कांग्रेस के करीब 25 से ज्यादा नेता इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। करीब 25 से ज्यादा मंत्री लोग इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। मंत्री ने आगे कहा कि पीएम मोदी यहां आए थे उस दौरान उन्होनें मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित नहीं किया। मानगढ़ धाम जनजाति क्षेत्र की आस्था का केंद्र हैं।

2018 के चुनाव में कांग्रेस को हुआ बड़ा नुकसान

आदिवासी कांग्रेस का बड़ा वोट बैंक रहा है, लेकिन पिछले कुछ चुनावों में कांग्रेस को यहां पर मुंह की खानी पड़ी। पिछले चुनाव में बीटीपी जैसी पार्टियों ने कांग्रेस के वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी की इससे कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा। बता दें कि दक्षिण राजस्थान में विधानसभा की 28 सीटें है। 2018 के चुनाव में कांग्रेस को केवल 10 सीटों पर जीत मिली। वहीं 15 सीटें बीजेपी के खाते में, 2 सीटें बीटीपी के खाते में जबकि 1 सीट पर निर्दलीय को जीत मिली थीं।

आदिवासियों की शहादत का धाम है मानगढ़

भील नेता गोविंद गुरु की अगुवाई में आदिवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ यहीं पर अंतिम और निर्णायक जंग लड़ी थी। इसी से बौखलाए अंग्रेजी शासन ने 17 नवंबर 1913 को बांसवाड़ा के मानगढ़ में करीब 1500 भील आदिवासियों को मौत के घाट उतार दिया था। उनकी याद में मानगढ़ पहाड़ी पर एक स्मारक बनाया गया था। इसे मानगढ़ धाम कहते हैं।

ये भी देेखेंः

---विज्ञापन---

---विज्ञापन---


Topics:

---विज्ञापन---