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Nath Dwara, Rajasthan Assembly Election Result 2023 Live: नाथद्वारा का किला हारे सीपी जोशी, BJP प्रत्याशी विश्वराज की 5 हजार वोटों से जीत

Rajasthan Assembly Election Result 2023 Live: कांग्रेस प्रत्याशी सीपी जोशी नाथद्वारा का किला हारे गए हैं, BJP प्रत्याशी विश्वराज की 5 हजार वोटों से जीत हुई है।

CP Joshi Nathdwara Congress Candidate
Rajasthan Assembly Election Result 2023 Live: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 की मतगणना चल रही है और रुझान आने लगे हैं। बता दें कि कांग्रेस प्रत्याशी सीपी जोशी नाथद्वारा का किला हार गए हैं।  BJP प्रत्याशी विश्वराज ने उनके खिलाफ 5 हजार वोटों से जीत दर्ज की है। ये भी पढें:  राजस्थान: किस सीट से कौन जीता, यहां देखें
राज्य में वोटिंग 17 नवंबर को हुई थी। राजसमंद की नाथद्वारा सीट से राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज नेता और विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी मैदान में हैं। यहां उनका मुकाबला मेवाड़ राजपरिवार के पूर्व सदस्य विश्वराज सिंह से हैं। दोनों के बीच कांटे की टक्कर देखी जा रही है।

एक नजर में सीपी जोशी 

राजस्थान की राजनीति में सीपी जोशी डाॅक्टर रहे हैं। जैसे एक डाॅक्टर चीर-फाड़ कर मरीज का इलाज करता है ठीक वैसे ही सीपी जोशी को राजनीति का डाॅक्टर कहा जाता है। 2008 में जब वसुंधरा की सत्ता जा रही थी तो जयपुर में सियासी गलियारों में चर्चा थी कि इस बार राजस्थान को नया सीएम मिलेगा। लेकिन राजस्थान में यह मिथक रहा है कि जो नेता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष होता है वह सीएम की कुर्सी तक नहीं पहुंच पाता। लेकिन जिस दिन नतीजे घोषित हुए उस दिन कांग्रेस तो खुश थी लेकिन सीपी जोशी स्वयं अपनी सीट से चुनाव हार गए। इसके बाद यह नाम सीएम की रेस से हमेशा के लिए बाहर हो गया।

साइकोलाॅजी के प्रोफेसर ने ऐसे की राजनीति

राजनीति में आने से पहले सीपी जोशी यूनिवर्सिटी में साइकोलाॅजी के शिक्षक थे। इससे पहले वे छात्र संघ का चुनाव लड़ चुके थे। 1980 में वे पहली बार विधायक बने उस समय उनकी उम्र 29 साल थी। इसके बाद 1985 में भी वे विधायक बने। इसके बाद 1998 में गहलोत सरकार में वे केबिनेट मंत्री बने। 2008 के चुनाव में हारने के बाद सीपी जोशी संन्यास लेने की तैयारी में थे। इसके बाद 2009 का लोकसभा चुनाव भीलवाड़ा सीट से जीतकर लोकसभा पहुंचे। मई 2009 में वे मनमोहन सरकार में राज्य मंत्री बने। इसके बाद 2011 में वे कैबिनेट मंत्री बने। इस दौरान उन्होंने सड़क परिवहन और रेलवे जैसे मंत्रालय संभाले। इसके बाद 2018 में उन्हें विधानसभा स्पीकर बनाया गया।


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