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Jaipur News: ‘मेडिकल कॉलेज सहित अन्य निर्माण कार्यों को समय पर पूरा करें’- चिकित्सा मंत्री परसादी लाल

Jaipur News: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में बन रहे आईपीडी टॉवर तथा प्रदेश के विभिन्न जिलों में चल रहे मेडिकल कॉलेजों के निर्माण कार्यों को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं। सभी जिलों में होंगे सरकारी मेडिकल काॅलेज मीणा शुक्रवार को शासन सचिवालय में चिकित्सा शिक्षा […]

Jaipur News: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में बन रहे आईपीडी टॉवर तथा प्रदेश के विभिन्न जिलों में चल रहे मेडिकल कॉलेजों के निर्माण कार्यों को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं।

सभी जिलों में होंगे सरकारी मेडिकल काॅलेज

मीणा शुक्रवार को शासन सचिवालय में चिकित्सा शिक्षा विभाग की योजनाओं एवम निर्माण कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार मजबूत बना रही है। आने वाले समय में राजस्थान ऐसा प्रदेश होगा जहां सभी जिलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज होंगे। चिकित्सा मंत्री ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना सहित अन्य योजनाओं तथा चिकित्सा महाविद्यालयों एवं प्रदेश भर के अस्पतालों में जनरल, ऑक्सीजन व आईसीयू बेड्स बढ़ाने के कार्य की प्रगति की समीक्षा की।

चिरंजीवी योजना से लाखों मरीजों को मिला लाभ

बैठक में चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख शासन सचिव टी. रविकांत ने विभाग की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि चिरंजीवी योजना के तहत मेडिकल कॉलेज एवं संबद्ध चिकित्सालयों में अब तक 11.66 लाख मरीजों को लाभ मिला है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 19 जिलों में मेडिकल कॉलेज संचालित हैं तथा 12 जिलों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना प्रक्रियाधीन है।

यूजी और पीजी की सीटों में हुई बढ़ोतरी

राज्य बजट 2023-24 में राज्य खर्च से जालोर, प्रतापगढ़ एवं राजसमंद जिलों में भी मेडिकल कॉलेज की स्थापना की घोषणा की गई है। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेजों में यूजी की सीटें बढ़कर 3330 एवम पीजी की 1690 सीटें हो गई है। साथ ही नेशनल मेडिकल काउंसिल ने सुपर स्पेशलिटी की सीट 116 से बढ़ाकर 153 सीट करने की स्वीकृति दे दी है।

संभागीय मेडिकल काॅलेजों में बढ़ी सुविधाएं

बैठक में बताया गया कि संभागीय मेडिकल कॉलेजों में 7 प्रकार के सुपर स्पेशलिटी विभाग जिनमें मेडिकल ऑन्कोलॉजी, एंडोक्रायोनोलॉजी, जीआई सर्जरी, गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी, ऑन्कोसर्जरी, सीटीवीएस एवम कार्डियोलॉजी स्वीकृत होने से विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधाओं के लिए रोगियों को जयपुर आने से निजात मिलेगी। साथ ही बाड़मेर, सीकर, चूरू, डूंगरपुर, झालावाड़, पाली व भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज में न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी तथा कार्डियोलॉजी सुपर स्पेशलिटी विभाग बनने के पश्चात जिला स्तर पर भी बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।


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