Alwar Bala Kunwara Fort Open For Tourists: भारत में तमाम किले हैं। जैसे झांसी की रानी का किला। इन किलो का इतिहास राजा-रानियों और लड़े गए युद्धों से है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश में एक ऐसा किला है, जहां कभी युद्ध नहीं हुआ। इसलिए इसका नाम कुंवारा किला पड़ गया। यह किला बाला फोर्ट है, जो राजस्थान के अलवर में है। इस किले में मुगल शासक बाबर और जहांगीर भी आकर ठहरे थे। कुंवारा किले को आम जनता के लिए खोल दिया गया है। लंबे समय से यह किला बंद था। पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के डायरेक्टर डॉक्टर महेंद्र खड़गावत ने इस बाबत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। इसे रंग-रोगन कर नया रूप दिया गया है।
5 किमी में फैला है किला
पहाड़ पर बना यह किला करीब 5 किमी की परिधि में फैला है। इस किले में आने-जाने के लिए 6 दरवाजे थे। आमेर के राजा काकिल के दूसरे पुत्र अलघुरायजी ने संवत 1108 में किले का निर्माण कराया था।
खानवा युत्र के बाद अप्रैल 1927 में बाबर ने किले में एक रात विश्राम किया था। यहां सूरजकुंड है, जिसे 18वीं शताब्दी में भरतपुर के महाराजा सूरजमल ने बनवाया था। इसके अलावा 1775 में बना सीताराम मंदिर भी है।
क्या है 446 छेद का राज?
किले की दीवारों में 446 छेद हैं। इन छेदों का इस्तेमाल बंदूकों के लिए किया जाता था। यदि कोई आक्रमणकारी इस किले पर हमला करता तो इन छेदों में लगाई गई 10 फुट की बंदूकों से उन पर हमला बोला जाता। फिलहाल कभी ऐसी नौबत नहीं आई। इसमें 15 बड़े और 51 छोटे टॉवर हैं, जो सुरक्षा के लिहाज से बनाए गए थे।